रेलिगेयर फिनवेस्ट 100 करोड़ रुपये एनसीडी भुगतान करने में असमर्थ

रेलिगेयर फिनवेस्ट 100 करोड़ रुपये एनसीडी भुगतान करने में असमर्थ

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  • Publish Date - April 14, 2021 / 04:06 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:29 PM IST

नयी दिल्ली, 14 अप्रैल (भाषा) रेलिगेयर एंटरप्राइजेज ने बुधवार के कहा कि उसकी इकाई रेलिगेयर फिनवेस्ट लि. (आरएफएल) वित्तीय समस्याओं के कारण गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर (एनसीडी) के 100 करोड़ रुपये के भुगतान करने में असमर्थ है। इस महीने परिपक्व हो रहे बांड के एवज में उसे यह राशि अंशधारक एक्सिस बैंक को देनी थी।

रेलिगेयर एंटरप्राइजेज के अनुसार उसकी इकाई पूर्व प्रवर्तकों और अधिकारियों के कोष के गबन के कारण वित्तीय समस्या से जूझ रही है।

गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) रेलिगेयर फिनवेस्ट लि. (आरएफएल) ने एक्सिस बैंक से सितंबर 2015 में 100 करोड़ रुपये का कर्ज लिया था। उसके लिये उसने निजी नियोजन आधार पर गैर-परिर्वतनीय डिबेंचर (एनसीडी) जारी किया था।

रेलिगेयर एंटरप्राइजेज ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि बांड पर ब्याज 10.68 प्रतिशत सालाना था। और वह 30 अप्रैल, 2021 को परिपक्व हो रहा है।

उसने कहा कि पूर्व प्रवर्तकों और उनके सहयोगियों द्वारा कोष की हेरा-फेरी और गबन के कारण आरफएएल को भारतीय रिजर्व बैंक ने 18 जनवरी, 2018 से सुधारात्मक कार्य योजना के अंतर्गत रखा है।

रेलिगेयर एंटरप्राइजेज के अनुसार कंपनी मुख्य रूप से पूर्व प्रवर्तक शिविन्दर सिंह और उनके भाई मालविन्दर सिंह के कथित रूप से कोष के गबन के कारण वित्तीय संकट में है।

कंपनी ने कहा, ‘‘इसके परिणामस्वरूप आरएफएल संपत्ति-देनदारी के बीच बड़ा अंतर का सामना कर रही है। कंपनी अपने कारोबार को पटरी पर लाने और संपत्ति-देनदारी में तालमेल के लिये अपने कर्जदाताओं को संशोधित ऋण समाधान योजना देने की प्रक्रिया में है।’’

कंपनी के अनुसार, ‘‘इन तथ्यों के आधार पर आरएफएल के लिये एनसीडी को लेकर पात्र अंशधारक को परिवक्वता तिथि 30 अप्रैल, 2021 को किस्त/ब्याज भुगतान और मूल राशि लौटाना मुश्किल जान पड़ता है।’’

डिबेंचर धारक (एक्सिस बैंक) और डिबेंचर ट्रस्टी (एक्सिस ट्रस्टी सर्विस लि.) को चूक के बारे में 13 अप्रैल, 2021 को सूचना दे दी गयी है।

भाषा

रमण मनोहर

मनोहर