औद्योगिक श्रमिकों के लिए खुदरा मुद्रास्फीति जुलाई में नरम होकर 5.78 प्रतिशत पर

औद्योगिक श्रमिकों के लिए खुदरा मुद्रास्फीति जुलाई में नरम होकर 5.78 प्रतिशत पर

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  • Publish Date - August 31, 2022 / 10:26 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:06 PM IST

नयी दिल्ली, 31 अगस्त (भाषा) कुछ खाद्य पदार्थों की कीमतों में कमी आने से औद्योगिक क्षेत्र के कामगारों के लिए खुदरा मुद्रास्फीति जुलाई में नरम होकर 5.78 प्रतिशत रह गई। जून में यह 6.16 प्रतिशत थी।

श्रम मंत्रालय ने बुधवार को जारी बयान में कहा, ‘‘मुद्रास्फीति सालाना आधार पर जुलाई, 2022 में 5.78 प्रतिशत रही, जो जून, 2022 में 6.16 प्रतिशत और जुलाई, 2021 में 5.26 प्रतिशत थी।’’

इसी तरह खाद्य मुद्रास्फीति जुलाई, 2022 में 5.96 प्रतिशत रही। जून, 2022 में यह 6.73 प्रतिशत और जुलाई, 2021 में 4.91 प्रतिशत थी।

अखिल भारतीय औद्योगिक श्रमिकों के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई-आईडब्ल्यू) जुलाई, 2022 में 0.7 अंक बढ़कर 129.9 अंक हो गया। जून, 2022 में यह 129.2 अंक था।

सूचकांक में अधिकतम वृद्धि आवासीय समूह की वजह से हुई है। इसकी कुल बदलाव में हिस्सेदारी 0.37 प्रतिशत अंक है।

वस्तु स्तर पर रसोई गैस, बिजली (घरेलू), आलू, प्याज, लौकी, आम, केला, मिर्च (सूखा), पका हुआ भोजन, गेहूं, गेहूं का आटा, अरहर की दाल आदि की कीमतों में वृद्धि के कारण सूचकांक बढ़ा है।

हालांकि….आलू, प्याज, टमाटर, पत्तागोभी, सेब, केला, धनिया, सूखी मिर्च, ताजा मछली, पॉल्ट्री, चिकन, वड़ा, इडली, डोसा, पका खाना, रसोई गैस, केरोसिन तेल, बिजली आदि की वजह से सूचकांक में वृद्धि सीमित रही।

आंकड़ों के अनुसार, केंद्र स्तर पर उधम सिंह नगर में सर्वाधिक 3.8 अंक की वृद्धि हुई तथा जलपाईगुड़ी और जालंधर में क्रमश: 3.3 अंक और 3.2 अंक की वृद्धि हुई।

भाषा जतिन अजय

अजय