आरएचआई मैग्नेसिटा का मार्च तिमाही में घाटा कम होकर 258 करोड़ रुपये पर

आरएचआई मैग्नेसिटा का मार्च तिमाही में घाटा कम होकर 258 करोड़ रुपये पर

आरएचआई मैग्नेसिटा का मार्च तिमाही में घाटा कम होकर 258 करोड़ रुपये पर
Modified Date: May 30, 2024 / 04:57 pm IST
Published Date: May 30, 2024 4:57 pm IST

नयी दिल्ली, 30 मई (भाषा) आरएचआई मैग्नेसिटा इंडिया का एकीकृत घाटा मार्च तिमाही में कम होकर 257.89 करोड़ रुपये रहा है।

जनवरी-मार्च, 2023 तिमाही में कंपनी का शुद्ध घाटा 678.90 करोड़ रुपये रहा था।

कंपनी ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि मार्च तिमाही में उसकी कुल आमदनी बढ़कर 947.47 करोड़ रुपये रही, जो इससे पिछले साल समान तिमाही में 881.29 करोड़ रुपये थी।

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समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी का खर्च घटकर 82.72 करोड़ रुपये रहा है, जो पिछले साल समान तिमाही में 903.85 करोड़ रुपये था।

कंपनी के प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) प्रमोद सागर ने बयान में कहा, “हमने अपनी परिचालन क्षमता बढ़ाई है, जिससे उल्लेखनीय और निरंतर वृद्धि हुई है। हमारे ईबीआईटीडीए (कर पूर्व लाभ) और आमदनी में क्रमशः 49 प्रतिशत और 39 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।”

उन्होंने कहा, ‘लागत को अनुकूलतम स्तर पर लाने के हमारे प्रयासों के कारण इस तिमाही में सालाना मार्जिन में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।’

आरएचआई मैग्नेसिटा इंडिया लि. उच्च स्तर के ‘रिफ्रैक्टरी’ उत्पाद बनाती है। इसका उपयोग विश्व की सभी उच्च तापमान वाली औद्योगिक प्रक्रियाओं में किया जाता है। इन उत्पादों को स्टील, सीमेंट जैसे प्रमुख उद्योगों में उपयोग किया जाता है।

भाषा रमण अनुराग

रमण


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