मुंबई, पांच दिसंबर (भाषा) अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपये ने दोपहर कारोबार में अपनी शुरुआती बढ़त खो दी और डॉलर के मुकाबले 90 के स्तर को पार कर गया। भारतीय रिजर्व बैंक के शुक्रवार को प्रमुख ब्याज दर में कटौती के बाद रुपये में गिरावट आई।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि जब तक कि विदेशी संस्थागत निवेशक बड़े पैमाने पर बाजार में पैसे नहीं डालते, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के ब्याज दरों में कटौती से रुपया नीचे आता रहेगा
केंद्रीय बैंक ने शुक्रवार को वृहद आर्थिक स्थिति एवं वैश्विक परिस्थितियों पर गौर करते हुए प्रमुख नीतिगत दर रेपो को 0.25 प्रतिशत घटाकर 5.25 प्रतिशत कर दिया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 89.85 पर खुला। सुबह के कारोबार में बढ़त के साथ 89.69 पर पहुंच गया था जो पिछले बंद भाव से 20 पैसे की बढ़त दर्शाता है।
आरबीआई की मौद्रिक नीति घोषणा के बाद रुपये में गिरावट आई और यह 16 पैसे टूटकर 90.05 प्रति डॉलर पर आ गया जो पिछले बंद भाव से 16 पैसे की गिरावट है। रुपया बृहस्पतिवार को 26 पैसे की बढ़त के साथ 89.89 पर बंद हुआ था।
इस साल डॉलर के मुकाबले रुपया करीब पांच प्रतिशत टूटा है जो एशिया मुद्रा के मुकाबले सबसे खराब प्रदर्शन है।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.02 प्रतिशत की गिरावट के साथ 98.97 पर रहा।
घरेलू शेयर बाजार के मोर्चे पर सेंसेक्स 488.75 अंक चढ़कर 85,754.07 अंक और निफ्टी 163.25 अंक की बढ़त के साथ 26,197 अंक पर पहुंच गया।
अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.17 प्रतिशत की गिरावट के साथ 63.15 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) बृहस्पतिवार को बिकवाल रहे थे और उन्होंने शुद्ध रूप से 1,944.19 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
भाषा निहारिका रमण
रमण