Airtel Recharge Plan | Photo Credit: Pexels
Satellite Internet in India: नई दिल्ली। भारत की प्रमुख टेलीकॉम कंपनियों में से एक, भारती एयरटेल ने भारत में अपने ग्राहकों के लिए स्टारलिंक की हाई-स्पीड इंटरनेट सेवाएँ लाने के लिए स्पेसएक्स के साथ एक समझौते की घोषणा कर दी है। बता दें कि, यह भारत में हस्ताक्षरित पहला समझौता है, जो स्पेसएक्स को भारत में स्टारलिंक बेचने के लिए अपने स्वयं के प्राधिकरण प्राप्त करने के अधीन है। दोनों कंपनियों ने इस समझौते के तहत Starlink के माध्यम से भारत में ग्राहकों को हाई-स्पीड इंटरनेट सेवाएं देने की योजना बनाई है।
ऐमजॉन ने भी लाइसेंस के लिए किया आवेदन
एयरटेल ने इस बारे में एक एक्सचेंज फाइलिंग में जानकारी दी है। बता दें कि, अब तक भारत में सैटेलाइट के जरिए इंटरनेट सेवाएं शुरू नहीं हुई थीं। इस साझेदारी के साथ भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सेवा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया जा रहा है। फिलहाल, भारत सरकार ने केवल भारती ग्रुप के निवेश वाले वनवेब और जियो-एसईएस के जॉइंट वेंचर जियो सैटेलाइट कम्युनिकेशंस को सैटेलाइट कम्युनिकेशन का लाइसेंस प्रदान किया है। Starlink के अलावा, ऐमजॉन ने भी सैटेलाइट इंटरनेट सेवा के लिए लाइसेंस आवेदन किया है।
100 देशों में सेवाएं शुरू कर चुका है Starlink
Starlink पहले ही लगभग 100 देशों में अपनी सैटेलाइट इंटरनेट सेवाएं शुरू कर चुका है। हाल ही में उसने भूटान में सैटेलाइट इंटरनेट सेवा शुरू की थी और अब बांग्लादेश में भी इसकी सेवाएं शुरू करने की योजना है। हालांकि, भारत इस सेवा से अब तक अछूता था। अमेरिका में हाल में हुए राष्ट्रपति चुनावों में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद, कुछ अटकलें लगाई जा रही थीं कि Starlink को भारत में बैकडोर एंट्री मिल सकती है, क्योंकि एलन मस्क को ट्रंप का करीबी माना जाता है। हालांकि, टेलीकॉम मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने स्पष्ट किया था कि Starlink को भारत में अपने इंटरनेट सेवा शुरू करने के लिए सभी सरकारी नियमों का पालन करना होगा और लाइसेंस प्राप्त करना होगा।
Satellite Internet in India| Photo Credit: Pexels