मुंबई, 15 दिसंबर (भाषा) भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने शाखाओं में आने वाले अपने ग्राहकों को कम लागत वाले डिजिटल बैंकिंग माध्यमों की ओर ले जाने के लिए एक केंद्रित परियोजना शुरू की है। बैंक के एक शीर्ष अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
डिजिटल बैंकिंग ऐप ‘योनो’ के नए संस्करण की पेशकश के मौके पर एसबीआई के चेयरमैन सी एस शेट्टी ने कहा कि बैंक ने एक पहल शुरू की है, जिसके तहत शाखाओं में विशेष कार्यकारी ग्राहकों को डिजिटल माध्यम अपनाने में मदद कर रहे हैं।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ”’इस समय शाखाओं में हमारे पास 3,500 कार्यकारी ग्राहक सहायता के लिए हैं और 31 मार्च 2026 तक इनकी संख्या बढ़ाकर 10,000 कर दी जाएगी।”
उन्होंने बताया कि इस परियोजना का संचालन बैंक की एक अनुषंगी कंपनी कर रही है और इसी के तहत नए कर्मचारियों की भर्ती की जा रही है।
बैंक के चेयरमैन ने कहा कि ‘योनो 2.0’ के नए संस्करण के साथ एसबीआई का लक्ष्य गूगल पे और फोनपे जैसे बड़े भुगतान मंचों को चुनौती देना है। उन्होंने यह भी बताया कि मोबाइल, टैबलेट और डेस्कटॉप पर काम करने वाले इस संस्करण का इस्तेमाल अन्य बैंकों के ग्राहक भी कर सकते हैं।
इस समय एसबीआई के 50 करोड़ से अधिक ग्राहकों में 9.60 करोड़ ग्राहक योनो का उपयोग कर रहे हैं और बैंक का लक्ष्य इस मंच पर 20 करोड़ ग्राहकों को जोड़ने का है।
शेट्टी ने कहा कि नए रूप में तैयार किया गया यह ऐप बैंक को पहले की तुलना में दसवें हिस्से की लागत पर नया ग्राहक जोड़ने में सक्षम बनाता है। उन्होंने बताया कि बैंक प्रतिदिन 70,000 खाते खोलता है और अब वह इस काम का 90 प्रतिशत हिस्सा योनो के माध्यम से करना चाहता है।
उन्होंने कहा कि मौजूदा सभी योनो उपयोगकर्ताओं को चरणबद्ध तरीके से नया संस्करण उपलब्ध कराया जाएगा और तय समय के भीतर सभी ग्राहक बिना किसी बाधा के नए संस्करण पर आ जाएंगे।
शेट्टी ने यह भी स्पष्ट किया कि फिलहाल योनो मंच से आय अर्जित करने की कोई योजना नहीं है।
भाषा पाण्डेय रमण
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