Silver Price: 2025 में चांदी का तूफान!… सारे रिकॉर्ड ध्वस्त, अब कहां तक पहुंचेगी कीमत?

Silver Price: 2025 में चांदी का तूफान!... सारे रिकॉर्ड ध्वस्त, अब कहां तक पहुंचेगी कीमत?

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  • Publish Date - June 10, 2025 / 09:21 AM IST,
    Updated On - June 10, 2025 / 09:21 AM IST

(Silver Price, Image Credit: Meta AI)

HIGHLIGHTS
  • चांदी ने ₹1.06 लाख/किलो का नया रिकॉर्ड बनाया।
  • 2025 में कीमत ₹1.23 लाख/किलो तक पहुंचने का अनुमान।
  • पोर्टफोलियो में चांदी को 12–15% तक जगह देने की सलाह।

Silver Price: भारत में चांदी ने 2025 में बाकी सभी कमोडिटीज को पछाड़ दिया है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज यानी MCX पर बीते सप्ताह इसकी कीमत 1,06,38 रुपये प्रति किलो के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। वहीं, देश के प्रमुख सर्राफा बाजारों में बिना GST चांदी की कीमत 1,05,560 रुपये प्रति किलो के नए रिकॉर्ड पर देखी गई है। अब बाजार की हर नजर चांदी की दिशा पर टिकी हुई है। अब सवाल उठता है कि आखिर चांदी की कीमतें इतनी क्यों बढ़ती जा रही है?

चांदी में तेजी के ये हैं बड़े कारण

सुरक्षित निवेश का भरोसा- रूस-यूक्रेन युद्ध और वैश्विक तनाव के मद्देनजर चांदी को निवेशकों ने ‘सेफ हेवन’ यानी सुरक्षित विकल्प के तौर पर अपनाया है।

उद्योगों में बढ़ती मांग- सोलर एनर्जी, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज आदि में तेजी से बढ़ती तकनीकों में चांदी का उपयोग लगातार बढ़ रहा है, जिससे इसकी मांग में तेजी आ गए हैं।

आपूर्ति में बाधाएं- रूस, जो दुनिया के शीर्ष 10 चांदी उत्पादक देशों में शामिल है, वहां से आपूर्ति रुकने की आशंका बनी हुई है। इसके साथ ही, पिछले 5 साल से चांदी की वैश्विक सप्लाई में गिरावट देखी जा रही है।

सोने को भी पछाड़ा

विशेषज्ञों का मानना है कि, निवेशकों के लिए चांदी अब सोने से भी बेहतर साबित हो रही है। एक्सपर्ट के मुताबिक, 2025 में MCX पर चांदी 1,15,000 रुपये से 1,23,000 रुपये प्रति किलो तक जा सकती है, यानी मौजूदा भाव से करीब 20% की संभावित तेजी का अनुमान लगा रहे हैं।
LKP सिक्योरिटीज के अनुसार, इस साल चांदी 87,000 रुपये से 1,04,500 रुपये प्रति किलो तक पहुंची है और अब अगला लक्ष्य 1,10,000 रुपये से 1,20,000 रुपये के बीच हो सकता है। निवेशकों को रिलायंस सिक्योरिटीज सलाह देते हैं कि वे अपने पोर्टफोलियो में 12-15% हिस्सेदारी चांदी में जरूर रखें क्योंकि आने वाले महीनों में यह और नई ऊंचाइयों को छू सकती है।

चांदी का धमाकेदार कमबैक

2011 के शिखर के बाद चांदी करीब एक दशक तक सुस्त पड़ी रही। लेकिन 2020 में कोविड-19 के बाद इसकी किस्मत ने पलटी लगायी। पहले सोने के साथ तेजी की सवारी की और अब अपने दम पर रफ्तार पकड़ ली है। चांदी को दोहरी भूमिका निभाने वाली धातु माना जाता है, एक तरफ यह गहनों के रूप में उपयोग होती है, तो दूसरी ओर यह इंडस्ट्री का जरूरी हिस्सा है। चांदी का यही ‘डबल रोल’ इसे बाकी धातुओं से अलग बनाता है।

चांदी के लिए 2025 क्रांतिकारी साल बनता दिख रहा है। लगातार नई ऊंचाइयों को छूती चांदी की कीमतें यह संकेत देती हैं कि आने वाले समय में भी यह निवेशकों की पसंदीदा संपत्ति बन सकती है।

2025 में चांदी की कीमत कितनी पहुंच चुकी है?

MCX पर चांदी 1,06,138 रुपये प्रति किलो और सर्राफा बाजार में 1,05,560 रुपये प्रति किलो के ऑल-टाइम हाई पर पहुंच चुकी है।

चांदी की कीमतों में इतनी तेजी क्यों आई है?

तीन मुख्य वजहें हैं: सेफ-हेवन डिमांड, इंडस्ट्री में बढ़ती जरूरत, और वैश्विक सप्लाई में कमी।

क्या चांदी सोने से बेहतर निवेश बन चुकी है?

कई एक्सपर्ट्स मानते हैं कि चांदी अभी भी सस्ती है और इसमें सोने की तुलना में ज़्यादा रिटर्न की संभावना है।

क्या चांदी की कीमतें आगे और बढ़ सकती हैं?

हां, विशेषज्ञों का अनुमान है कि MCX पर चांदी 2025 में 1,23,000 रुपये प्रति किलो तक पहुंच सकती है।