Modi Cabinet Big Decisions: अब हर सिलेंडर पर मिलेगी 300 रुपये की सब्सिडी.. मोदी सरकार ने तेल कंपनियों दिया 30 हजार करोड़ का राहत पैकेज

पेट्रोलियम कंपनियों के लिए 30,000 करोड़ रुपये की एलपीजी सब्सिडी को मिली मंजूरी

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  • Publish Date - August 8, 2025 / 05:10 PM IST,
    Updated On - August 8, 2025 / 05:33 PM IST

Modi Cabinet Big Decisions || Image- energy.economictimes.indiatimes.com

HIGHLIGHTS
  • तेल कंपनियों को घाटे की भरपाई हेतु राहत पैकेज
  • केंद्र सरकार ने 30 हजार करोड़ की सब्सिडी मंजूर
  • एलपीजी आपूर्ति बनी रहेगी, कंपनियों को मिलेगा सहारा

30 thousand crore relief package to oil companies: नई दिल्ली: मंत्रिमंडल ने सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी), भारत पेट्रोलियम (बीपीसीएल) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम (एचपीसीएल) को पिछले 15 महीने में लागत से कम कीमत पर एलपीजी बेचने से हुए नुकसान की भरपाई के लिए 30,000 करोड़ रुपये की एलपीजी सब्सिडी को शुक्रवार को मंजूरी दे दी। आधिकारिक बयान के अनुसार, तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) को यह क्षतिपूर्ति 12 किस्तों में दी जाएगी।

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तेल विपणन कंपनियों को भारी नुकसान

वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान एलपीजी की अंतरराष्ट्रीय कीमतें उच्च स्तर पर थीं और आगे भी ऊंची बनी रहेंगी। हालांकि, उपभोक्ताओं को अंतरराष्ट्रीय एलपीजी कीमतों में उतार-चढ़ाव से बचाने के लिए बढ़ी हुई लागत का बोझ घरेलू एलपीजी उपभोक्ताओं पर नहीं डाला गया जिससे तीनों तेल विपणन कंपनियों को भारी नुकसान हुआ।

सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों ने घाटे के बावजूद देश में किफायती दामों पर घरेलू एलपीजी की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित की है। बयान में कहा गया, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने घरेलू एलपीजी की बिक्री पर हुए घाटे के लिए तीन सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों (आईओसीएल, बीपीसीएल और एचपीसीएल) को 30,000 करोड़ रुपये की क्षतिपूर्ति को मंजूरी दी है।’’

एलपीजी सिलेंडरों की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित

30 thousand crore relief package to oil companies: इसमें कहा गया, इस क्षतिपूर्ति से तेल विपणन कंपनियां अपनी आवश्यक जरूरतों जैसे कच्चे तेल व एलपीजी की खरीद, ऋण चुकाने और अपने पूंजीगत व्यय को जारी रखने में सक्षम होंगी। इससे देश भर के मकानों में एलपीजी सिलेंडरों की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित होगी। तेल विपणन कंपनियों के बीच क्षतिपूर्ति का वितरण पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय द्वारा किया जाएगा।

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बयान में कहा गया, ‘‘ यह कदम वैश्विक ऊर्जा बाजारों में उतार-चढ़ाव से उपभोक्ताओं की रक्षा करने और साथ ही इन सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों की वित्तीय स्थिति को बेहतर बनाए रखने की सरकार की प्रतिबद्धता को भी रेखांकित करता है।’’

कैबिनेट की बैठक में 5 बड़े फैसले लिए

  • ₹52667 करोड़ के पैकेज को मंजूरी
  • उज्ज्वला योजना के लिए ₹12060 करोड़ की मंजूरी
  • सस्ती रसोई गैस के लिए ₹30000 करोड़ मंजूर
  • तकनीकी शिक्षा के लिए कैबिनेट से ₹4200 करोड़ मंजूर
  • पूर्वोत्तर विकास के लिए असम त्रिपुरा को ₹4250 करोड़

प्रश्न 1: एलपीजी सब्सिडी के लिए 30,000 करोड़ रुपये की राशि किसे और क्यों दी जा रही है?

उत्तर: यह राशि इंडियन ऑयल (IOC), भारत पेट्रोलियम (BPCL), और हिंदुस्तान पेट्रोलियम (HPCL) जैसी सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों को दी जा रही है, ताकि पिछले 15 महीनों में लागत से कम कीमत पर घरेलू एलपीजी बेचने से हुए नुकसान की भरपाई की जा सके।

प्रश्न 2: यह राहत पैकेज कैसे और कब दिया जाएगा?

उत्तर: सरकार यह राहत राशि 12 किस्तों में तेल विपणन कंपनियों को प्रदान करेगी। यह राशि कच्चे तेल और एलपीजी की खरीद, ऋण चुकाने, और अन्य आवश्यक खर्चों के लिए उपयोग की जाएगी।

प्रश्न 3: इससे आम उपभोक्ताओं को क्या फायदा होगा?

उत्तर: इस राहत पैकेज से घरेलू उपभोक्ताओं को बिना रुकावट एलपीजी सिलेंडर की आपूर्ति मिलती रहेगी और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतें बढ़ने के बावजूद एलपीजी के दाम स्थिर और किफायती बनाए रखने में मदद मिलेगी।