देश में लचीले कार्यस्थलों का दो-तिहाई हिस्सा शीर्ष 10 सह-कार्य संचालकों के पास: वेस्टीयन

देश में लचीले कार्यस्थलों का दो-तिहाई हिस्सा शीर्ष 10 सह-कार्य संचालकों के पास: वेस्टीयन

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  • Publish Date - December 27, 2025 / 06:49 PM IST,
    Updated On - December 27, 2025 / 06:49 PM IST

नयी दिल्ली, 27 दिसंबर (भाषा) भारत के शीर्ष सात शहरों में लगभग 1,400 सह-कार्य केंद्र हैं, जिनमें 10 बड़े परिचालकों के पास कुल 8.2 करोड़ वर्ग फुट लचीले प्रबंधित कार्यस्थलों में से दो-तिहाई हिस्सेदारी है। रियल एस्टेट क्षेत्र की परामर्श कंपनी वेस्टीयन की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।

रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि वर्तमान में 475 से अधिक सह-कार्य केंद्र वैश्विक क्षमता केंद्र (जीसीसी) के लिए आधार स्थल प्रदान कर रहे हैं।

वेस्टीयन के मुख्य अधिकारी श्रीनिवास राव ने कहा, ”भारत में वैश्विक क्षमता केंद्र तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में लचीले कार्यस्थल चलाने वाले लोग कंपनियों के जरूरी साथी बने रहेंगे। ये कंपनियों को जल्दी काम शुरू करने, जरूरत के अनुसार बदलाव करने और अच्छी सुविधाएं देने में मदद करेंगे, ताकि वे आसानी से अपना काम बढ़ा सकें।”

परामर्श कंपनी ने बताया कि शीर्ष सात शहरों में लगभग 1,400 कार्यस्थलों में लचीले कार्यालयों का कुल क्षेत्रफल अब 8.23 करोड़ वर्ग फुट तक बढ़ गया है। इसके अलावा, रिपोर्ट में बताया गया कि बाजार अब भी कुछ बड़ी कंपनियों के हाथ में केंद्रित है, जहां शीर्ष 10 संचालक कुल लचीले कार्यालयों के 67 प्रतिशत हिस्से पर नियंत्रण रखते हैं।

बेंगलुरु देश के लचीले कार्यस्थलों का सबसे बड़ा केंद्र है, जिसका हिस्सा 33.2 प्रतिशत है, इसके बाद दिल्ली-एनसीआर 20.4 प्रतिशत और पुणे 14.7 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ हैं।

भाषा

योगेश पाण्डेय

पाण्डेय