ताकि महिलाओं को दिक्कत न हो दारू पीने में, भारत के इस राज्य में ‘Women Friendly’ Wine Shop को लेकर मचा बवाल
ताकि महिलाओं को दिक्कत न हो दारू पीने में, भारत के इस राज्य में 'Women Friendly' Wine Shop को लेकर मचा बवाल! Women Friendly Wine Shop
जालंधर: Women Friendly Wine Shop देश के कई राज्यों में इन दिनों शराबबंदी की मांग हो रही है तो दूसरी ओर पंजाब ‘Women Friendly’ Wine Shop को लेकर बवाल मचा हुआ है। हालांकि ये दुकान सिर्फ शाम तक ही चल पाई। बताया गया कि महिला फ्रेंडली शराब दुकान की तस्वीर वायरल होते ही बवाल मच गया, जिसके बाद बोर्ड हटा दिया गया। लेकिन अब इस मुद्दे पर बवाल मचा हुआ है। भगवंत मान सरकार एक बार फिर विपक्ष के निशाने पर आ गई है।
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Women Friendly Wine Shop मिली जानकारी के अनुसार शाम ढलते ही ठेके से महिला फ्रेंडली मिटा दिया गया। ठेकेदार का कहना है कि काफी महिलाओं की मांग थी कि पुराने ठेकों से वह वाइन या शराब खरीदने में काफी असहज महसूस करती हैं, यही वजह थी कि एक अलग से ठेका खोलकर महिला फ्रेंडली का बोर्ड लगाया था। अब इसको मिटा दिया गया है।
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फोटो वायरल होते ही कांग्रेस के पंजाब प्रदेशाध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने इसे शर्मनाक बताया है। जबकि पंजाब भाजपा ने इसे सीएम पंजाब भगवंत मान पर उनका शराब के प्रति प्रेम बता तंज कसा। दोनों पार्टी के नेताओं ने कहा कि नशे ने पंजाब की जवानी को बर्बाद कर दिया लेकिन मान सरकार अब घर-घर बर्बाद करने पर तुली है।
अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने कहा कि नशा पहले ही पंजाब की कई पीढ़ी निगल चुका है। अब महिलाओं के लिए शराब ठेके खोलकर सीएम भगवंत मान क्या करना चाहते हैं? उन्होंने कहा कि बदलाव का यह नया रूप बहुत भयानक है। इसके खतरनाक नतीजे सामने आएंगे। आप प्रवक्ता मालविंदर कंग ने कहा कि पंजाब में जैसे शराब के अन्य ठेके हैं, वैसा ही यह भी है। महिलाओं के लिए शराब ठेका खोला जाना केवल एक अफवाह है। उन्होंने कहा कि किसी ने अपने स्तर पर ठेके के साइन बोर्ड पर ‘वूमेन फ्रेंडली’ लिखा है। इसकी जांच कराई जाएगी।
आप नेता व पंजाब एग्रो एक्सपोर्ट कारपोरेशन के चेयरमैन मंगल सिंह बासी का कहना है कि यह ठेकेदार ने अपने स्तर पर किया है। इसमें सरकार का क्या भूमिका है? सरकार ने महिलाओं के लिए कोई विशेष ठेका नहीं खोला है। विपक्ष बेवजह शोर मचा रहा है। हकीकत यह है कि पंजाब में नशा कांग्रेस व अकाली दल की देन है। इसका खमियाजा पंजाब की जनता भुगत रही है।

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