Chhattisgarh Montha Impact Update: छत्तीसगढ़ के किसानों पर टूट रहा तूफ़ान ‘मोन्था’ का कहर.. इस जिले में बर्बाद हुई खड़ी फसल, अब सरकार से मदद की आस

छत्तीसगढ़ के बलरामपुर ज़िले में ‘मोंथा’ तूफ़ान का गहरा असर देखने को मिल रहा है। पिछले तीन दिनों से लगातार बारिश से खेत जलमग्न हो गए हैं और धान की कटी हुई फसलें सड़ने लगी हैं। किसान भारी नुकसान से परेशान हैं और सरकार से मुआवज़े की मांग कर रहे हैं

  • Reported By: Arun Soni

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  • Publish Date - October 31, 2025 / 02:15 PM IST,
    Updated On - October 31, 2025 / 02:16 PM IST

Chhattisgarh Montha Impact Update:

HIGHLIGHTS
  • बलरामपुर में ‘मोंथा’ तूफ़ान का कहर, खेत डूबे।
  • कटी फसल सड़ी, किसान मुआवज़े की मांग में।
  • छत्तीसगढ़ के 11 जिलों में बारिश का अलर्ट।

Chhattisgarh Montha Impact Update: बलरामपुर: देश के दक्षिण-पूर्वी तट पर आए भीषण चक्रवाती तूफ़ान “मोंथा” का असर अब छत्तीसगढ़ के बलरामपुर ज़िले में दिखाई देने लगा है। पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश ने किसानों की फ़सलों को काफ़ी नुकसान पहुँचाया है। खेत पानी में डूबे हुए हैं और मौसम लगातार बिगड़ रहा है। इस नुकसान से परेशान किसानों ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है।

खेत तालाबों में तब्दील, फ़सलें भीगी

दरअसल सरकार ने धान ख़रीद के लिए 15 नवंबर की तारीख़ तय की है। बलरामपुर के किसानों ने खेतों में धान की कटाई भी शुरू कर दी थी। कई किसानों ने धान की कटाई करके अपने खेत में ही रखा था, लेकिन बारिश के कारण वह पूरी तरह से भीग गया है और जिससे कटी हुई फ़सलें सड़ गईं। अब खेत तालाबों में तब्दील हो गए हैं जिससे किसान बेहद चिंतित हैं।

किसानों ने सरकार से मदद की गुहार लगाई

Chhattisgarh Montha Impact Update: फ़सल के नुकसान के बाद, किसानों ने सरकार से मुआवज़े की माँग की है। उनका कहना है कि, उनके पास बहुत कम फसल बचा है, लेकिन वे भारी क़र्ज़ में डूबे हुए हैं। मीडिया के ज़रिए, किसानों ने प्रशासन से अपने नुकसान की भरपाई के लिए तत्काल आर्थिक मदद की अपील की है। उन्होंने कहा कि उन्हें नुकसान का मुआवजा मिलना चाहिए, जिससे उनके ऊपर जो कर्ज है उसे कम से कम वह चुका सके।

छत्तीसगढ़ में जारी है बारिश

बता दें कि, छत्तीसगढ़ में ‘मोन्था’ का असर देखने को मिल रहा है। मोन्था की वजह से आज भी छत्तीसगढ़ के करीब 11 जिलों में बारिश की सम्भावना जताई गई है, जबकि राजधानी रायपुर में आज सुबह से ही बूंदाबांदी शुरू है। पिछले तीन दिनों से प्रदेश भर के आसमान में बदल छाये हुए है।

Chhattisgarh Montha Impact Update: इससे पहले भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक मोंथा के कमजोर पड़ने और पश्चिम की ओर आगे बढ़ने से सरगुजा संभाग के एक दो स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी जारी की थी।

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मोंथा तूफ़ान से छत्तीसगढ़ में किन जिलों पर सबसे ज़्यादा असर पड़ा है?

बलरामपुर, सरगुजा और कोरिया जिलों में सबसे ज़्यादा असर देखा गया है।

मोंथा तूफ़ान से किसानों को कितना नुकसान हुआ है?

लगातार बारिश से खेतों में पानी भर गया है, जिससे धान की कटी हुई फ़सलें सड़ गईं और किसानों को भारी नुकसान हुआ है।

मोंथा तूफ़ान से संबंधित सरकार क्या मदद दे सकती है?

सरकार द्वारा फ़सल बीमा योजना और मुआवज़ा राहत राशि देने पर विचार किया जा रहा है ताकि किसानों को आर्थिक सहारा मिल सके।