बढ़ता जा रहा जिले में हाथियों का आतंक, 30 हाथी 15 दिनों से लगा रहे इस गांव का चक्कर

 बलरामपुर जिले में हाथी और ग्रामीण के बीच संघर्ष लगातार बढ़ता जा रहा है। राजपुर वन परिक्षेत्र के ग्राम पंचायत अलखडीहा,कौडू,माकड़ और जिगड़ी में लगभग 30 हाथियों का दल पिछले 15 दिनों से डेरा डाले हुए हैं

बढ़ता जा रहा जिले में हाथियों का आतंक, 30 हाथी 15 दिनों से लगा रहे इस गांव का चक्कर
Modified Date: November 29, 2022 / 08:34 pm IST
Published Date: September 17, 2022 12:32 pm IST

बलरामपुर:  terror of elephants  बलरामपुर जिले में हाथी और ग्रामीण के बीच संघर्ष लगातार बढ़ता जा रहा है। राजपुर वन परिक्षेत्र के ग्राम पंचायत अलखडीहा,कौडू,माकड़ और जिगड़ी में लगभग 30 हाथियों का दल पिछले 15 दिनों से डेरा डाले हुए हैं हाथियों से परेशान होकर 6 गांव के सरपंच और ग्रामीणों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर हाथियों को खदेड़े जाने की मांग की है और अगर हाथी भगाए नहीं जाते हैं तो उन्होंने आंदोलन की चेतावनी दी है। क्षेत्र में कम बरसात होने के बाद भी ग्रामीणों ने किसी तरह धान और मक्के की फसल लगाई है और अब फसल जैसे-जैसे बढ़ रहा है हाथी उसे नुकसान पहुंचा रहे हैं।

Read More: ‘आपकी विरासत को कोई मिटा नहीं सकता’ PM मोदी के बर्थडे पर बॉलीवुड की इस एक्ट्रेस ने शेयर किया पोस्ट 

वन विभाग पर काम ना करने का आरोप

 ⁠

लगभग 30 हाथियों का दल पिछले 15 दिनों में ऐसे इलाके में 30 हेक्टेयर से अधिक फसलों को नुकसान पहुंचा दिया है। हाथियों के गांव के करीब आने से ग्रामीण रतजगा करने को मजबूर है और अपने छोटे-छोटे बच्चों को घर छोड़कर या तो पेड़ के नीचे सुला रहे हैं या फिर रात भर जाग रहे हैं। ग्रामीणों ने वन विभाग की टीम ठीक से काम नहीं करने का आरोप लगाया है और उन्होंने कहा कि हर साल हाथी आते हैं और एक-दो दिन में चले जाते हैं लेकिन इस बार हाथी कई दिनों से डेरा जमाए हुए हैं और फारेस्ट की टीम उन्हें भगाने में असफल है और कोई बेहतर कोशिश भी नहीं की जा रही है।

Read More: होने वाली बहू के संग तिरुपति मंदिर पहुंचे मुकेश अंबानी, दान किये करोड़ों रुपए, देखें ख़ास तस्वीरें 

ग्रामीण और जनपद सदस्य ने कही ये बात

इसीलिए 6 गांव के सरपंच और ग्रामीणों ने राजपुर एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर बेहतर कोशिश कराने की मांग की है और अगर 4 दिनों के भीतर वन विभाग की टीम हाथियों को उस इलाके से दूसरी जगह शिफ्ट नहीं कर पाती है तो ग्रामीणों ने आंदोलन की चेतावनी दी है। गांव के निवासी देवकुमार ने कहा कि  हाथी के कारण हम लोग रात भर जाग रहे हैं पूरा फसलों को नुकसान पहुंचा दिया है छोटे-छोटे बच्चों को पेड़ के नीचे सुला रहे हैं। वहीं जनपद सदस्य  नीरज तिवारी ने कहा कि हाथी हर साल आते हैं और एक-दो दिन में चले जाते हैं लेकिन इस बार हाथी एक ही जगह पर टिके हुए हैं फर्श की टीम बेहतर काम नहीं कर रही है।

Read More: Happy Birthday, PM Narendra Modi Live: देश को संबोधित कर रहे पीएम मोदी, नामीबिया सरकार को दिया धन्यवाद


लेखक के बारे में