Bemetara News: छत्तीसगढ़ के इस जिले में बारिश की कमी से खेतों में पड़ी दरारें, धान की फसल सूखने की कगार पर, किसान बोले- अब गाय को चराने छोड़ देंगे

Bemetara News: छत्तीसगढ़ के इस जिले में बारिश की कमी से खेतों में पड़ी दरारें, धान की फसल सूखने की कगार पर, किसान बोले- अब गाय को चराने छोड़ देंगे

  • Reported By: Mohan Patel

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  • Publish Date - August 12, 2025 / 03:38 PM IST,
    Updated On - August 12, 2025 / 04:53 PM IST

Bemetara News/Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • बेमेतरा जिले में खेतों में दरारें,
  • बारिश की कमी से किसान परेशान,
  • सैकड़ों एकड़ खेतों में पड़ी दरारें,

बेमेतरा: Bemetara News: जिले के साजा ब्लॉक के दर्जनों गांवों में बारिश की कमी ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। धान की बोवाई और रोपाई के बाद अब खेतों में पानी की भारी कमी महसूस की जा रही है। कई इलाकों में खेतों की मिट्टी सूखने लगी है और उनमें दरारें साफ नजर आने लगी हैं जिससे किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई हैं।

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Bemetara News: तिरियाभाठ, जामगांव, गोडमर्रा, खुरुसबोड़ और आसपास के गांवों में सैकड़ों एकड़ खेत पानी की कमी के चलते दरकने लगे हैं। किसानों का कहना है कि यदि आने वाले दो से चार दिनों में अच्छी बारिश नहीं हुई, तो धान की फसल पूरी तरह सूख जाएगी जिससे भारी नुकसान की आशंका है। पानी की समस्या के साथ-साथ बिजली की अनियमित आपूर्ति ने भी किसानों की परेशानी को बढ़ा दिया है। किसानों का कहना है कि दिनभर में मुश्किल से एक-दो घंटे ही बिजली मिल रही है जिससे सिंचाई करना भी नामुमकिन हो गया है।

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Bemetara News: कुछ किसानों ने निराशा जताते हुए कहा कि अगर स्थिति में जल्द सुधार नहीं हुआ तो वे खेतों को खुला छोड़ देंगे और उसमें मवेशियों को चरा देंगे। उनका कहना है कि सूखी फसल से बेहतर है कि खेत को मवेशियों के चारे के काम में लाया जाए। किसानों ने प्रशासन से जल्द से जल्द राहत के उपाय करने की मांग की है। उनका कहना है कि अगर इस स्थिति पर तुरंत ध्यान नहीं दिया गया तो पूरे क्षेत्र की खेती चौपट हो सकती है जिससे सैकड़ों परिवारों की आजीविका पर संकट खड़ा हो जाएगा।

बेमेतरा में किसानों को सबसे बड़ी समस्या क्या है?

"बेमेतरा किसानों की समस्या" मुख्य रूप से बारिश की कमी और बिजली की अनियमितता है, जिससे फसलों को भारी नुकसान हो रहा है।

क्या फसलें पूरी तरह बर्बाद हो सकती हैं?

हाँ, अगर "बेमेतरा बारिश संकट" में अगले कुछ दिनों में बारिश नहीं हुई तो धान की फसल पूरी तरह सूख सकती है।

क्या सिंचाई के लिए बिजली मिल रही है?

"बेमेतरा सिंचाई बिजली समस्या" के तहत किसानों को दिनभर में केवल 1-2 घंटे ही बिजली मिल रही है जिससे मोटर चलाना मुश्किल हो गया है।

क्या किसान कोई वैकल्पिक उपाय कर रहे हैं?

कुछ किसान कह रहे हैं कि अगर स्थिति नहीं सुधरी, तो वे "खेत मवेशियों के लिए खुला छोड़ देंगे" ताकि सूखी फसल का कोई उपयोग हो सके।

प्रशासन से किसानों की क्या मांग है?

किसानों ने "बेमेतरा प्रशासन से राहत" की मांग की है कि जल्द से जल्द जल और बिजली की व्यवस्था सुधारी जाए, वरना आजीविका पर संकट गहरा जाएगा।