Waste water flowing from the pond due to damage to the sulus
बीजापुर। जिले के ग्रामीण क्षेत्र मद्देड एवं मद्देड से लगे अन्य इलाकों में औसत से कम बारिश हुई, जिसके चलते बड़ी मुश्किल से मद्देड तालाब में पानी भरा था। किन्तु मद्देड तालाब से सटे ग्राम तमलापल्ली का सुलुस पूरी तरह डैमेज हो चुका है। सुलुस का फाटक पूरी तरह बंद नही होने के कारण तालाब में भरा पानी व्यर्थ बहकर खेतों व जंगलों में जा रहा है, जिससे इस बार तालाब में पानी का संग्रहित होना मुश्किल प्रतीत हो रहा है। एक ओर स्थानीय कृषक औसत से कम बारिश के चलते परेशान हैं, वहीं सुलुस क्षतिग्रस्त होने से तालाब से व्यर्थ बहते हुए पानी से चिंतित है।
एक किसान नें यह वीडियो IBC24 के पास भेज कर मामले की जानकारी दी। बता दे कि अभी खेतों में जुताई का समय है। इस समय खेतों में लबालब पानी भरे होने की वजह से कृषकों को खेतों की जुताई में दिक्कत हो रही है। क्षतिग्रस्त सुलुस का तत्काल मरम्मत नहीं किया गया तो व्यर्थ बहते पानी से मद्देड तालाब जल विहीन हो जाएगा। मद्देड एवं मद्देड से सटे अन्य ग्रामों की धान फसल पूरी तरह मद्देड तालाब पर ही निर्भर है। यदि यही हालत रही तो धान फसल में बाली आने के समय जब पानी की आवश्यकता होगी तब पानी के अभाव में धान के फसल का उत्पादन प्रभावित होगा, जिसका सीधा प्रभाव कृषि पर जीवकोपार्जन करने वाले कृषकों पर पड़ेगा।
संबंधित विभाग को तत्काल इस ओर ध्यान देने की जरूरत है किंतु जिम्मेदार संबंधित विभाग के अधिकारी आज तक आंखे मूंदे हुए हैं। उन्हें स्थानीय कृषकों के हितों की कोई चिंता नही है। समय रहते तालाब के सुलुस का मरम्मत नहीं किया गया तो मद्देड तालाब पर पूरी तरह आश्रित कृषि फसल का उत्पादन प्रभावित होगा। IBC24 से संतोष तिवारी की रिपोर्ट