Chhattisgarh Police Suspend: बिलासपुर का रिश्वतखोर प्रधान आरक्षक सस्पेंड.. SP ने जारी किया आदेश.. आप भी देखें घूसखोरी का Live Video
एक दूसरा मामला सक्ती जिले के डभरा विकासखंड में सामने आया है। यहाँ के खंड चिकित्सा अधिकारी पर रिश्वतख़ोरी के आरोप लगे है। एसीबी यानी एंटी करप्शन ब्यूरों ने उन्हें घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
Chhattisgarh Police Suspend Order || Image- IBC24 News File
- रिश्वतखोर प्रधान आरक्षक सस्पेंड
- वीडियो वायरल के बाद कार्रवाई
- एसपी ने जांच के आदेश दिए
Chhattisgarh Police Suspend Order: बिलासपुर: पचपेड़ी थाने के रिश्वतखोर प्रधान आरक्षक गजपाल जांगड़े को संस्पेंड कर दिया गया है। घूसखोरी का वीडियो वायरल होने के बाद इस मामले में एसपी रजनेस सिंह ने निलंबन का आदेश जारी किया है। आने वाले दिनों में वायरल वीडियो के साथ रिश्वतखोरी के आरोपों की पृथक से जांच की जा सकती है।
क्या है पूरा प्रकरण?
मीडिया से मिली जानकारी के मुताबिक पचपेड़ी थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक गजपाल जांगड़े क्षेत्र के एक गुंडा-बदमाश की सूची में शामिल शख्स के घर पहुंचे थे। आरोपी प्रधान आरक्षक ने उसके परिजनों को कहा था कि, अगर वह दो लाख रुपये की रिश्वत दे तो गुंडा-बदमाश के आरोपी को जेल नहीं भेजा जाएगा। हालांकि लेनदेन की रकम एक लाख रुपये में तय हुई थी। इसी रकम को लेने रिश्वतखोर प्रधान आरक्षक गुंडा-बदमाश के आरोपी के घर मानिकचौरी पहुंचा हुआ था। वह रकम की वसूली कर रहा था तभी किसी ने उसका वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
(वायरल वीडियो की सत्यता की पुष्टि IBC24 नहीं करता है।)
डभरा में BMO हिरासत में
Chhattisgarh Police Suspend Order: इसी तरह का एक दूसरा मामला सक्ती जिले के डभरा विकासखंड में सामने आया है। यहाँ के खंड चिकित्सा अधिकारी पर रिश्वतख़ोरी के आरोप लगे है। एसीबी यानी एंटी करप्शन ब्यूरों ने उन्हें घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। एसीबी के इस कार्रवाई से स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है। फिलहाल एसीबी उन्हें गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई है। दूसरी ओर जिले के स्वास्थ्य विभाग की तरफ से इस मामले में कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। शुरुआती जानकारी के मुताबिक बीएमओ यात्रा भत्ता बनाने के नाम पर स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ बाबू से करीब 15 हजार रुपये के वसूली कर रहे थे। जिसके बाद यह पूरी कार्रवाई सामने आई है।
सहायक ग्रेड-2 क्लर्क आया था घेरे में
गौरतलब है कि, पिछले सप्ताह के शुक्रवार को बिलासपुर में अधीनस्थ अधिकारियों द्वारा रिश्वतखोरी के मामले में आदिम जाति कल्याण विभाग में ACB टीम ने छापा मारा था। टीम ने सहायक ग्रेड-2 क्लर्क मनोज तोंडेकर को अंतर्जातीय विवाह प्रोत्साहन राशि जारी करने के नाम पर 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था।
यह मामला बिल्हा क्षेत्र के निपनिया गांव के रहने वाले अभिलाष बर्मन से जुड़ा था जिसने साहू समाज की लड़की से अंतर्जातीय विवाह किया है। विवाह के बाद उसने अंतर्जातीय विवाह प्रोत्साहन राशि के लिए आवेदन किया था। राशि जारी करने के बदले मनोज तोंडेकर ने 10 हजार रुपए रिश्वत की मांग की थी। पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपी बाबू ने पहले अभिलाष को बार-बार कार्यालय के चक्कर लगवाए और बाद में दो लाख रुपए की राशि जारी करने के एवज में घूस की डिमांड की थी।
जांजगीर चाम्पा में 5 अरेस्ट
Chhattisgarh Police Suspend Order: दूसरी तरफ पड़ोसी जिले जांजगीर-चाम्पा की बलौदा पुलिस ने शराब पीने के लिए रुपये की मांग कर मारपीट करने वाले 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और सभी न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। सभी आरोपी, बिरगहनी गांव के हैं। दरअसल, भागवत राठौर ने बलौदा थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया था कि जब वह कोलवाशरी गया था तो वहां युवकों नवीन रात्रे, रमन सांडे, सत्येंद्र जोशी, करूपाल सांडे और अजीत पाटले ने शराब पीने के रुपये की मांग की और नहीं देने पर उससे मारपीट की। रिपोर्ट पर पुलिस ने 5 आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
READ MORE: नीतीश ने बिहार को ‘जंगलराज’ से मुक्त किया, राजग को मिलेगा ऐतिहासिक जनादेश: शाह

Facebook



