स्टीयरिंग कमिटी को लेकर भाजपा-कांग्रेस आमने-सामने, पूर्व नेता प्रतिपक्ष के बयान पर मंत्री डहरिया ने दिया जवाब

कांग्रेस स्टीयरिंग कमिटी की सूची पर भाजपा ने सवाल उठाते हुए कहा है कि इसमें छत्तीसगढ़ के किसी कांग्रेसी नेताओं को शामिल नहीं किया गया। मामले पर कैबिनेट मंत्री शिव डहरिया ने पलटवार करते हुए ने कहा

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  • Publish Date - October 27, 2022 / 04:23 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:10 PM IST

BJP-Congress on Steering Committee: रायपुर। कांग्रेस स्टीयरिंग कमिटी की सूची पर भाजपा ने सवाल उठाते हुए कहा है कि इसमें छत्तीसगढ़ के किसी कांग्रेसी नेताओं को शामिल नहीं किया गया। मामले पर कैबिनेट मंत्री शिव डहरिया ने पलटवार करते हुए ने कहा है कि टीका टिप्पणी करने से पहले भाजपा अपने आप को देखे। कांग्रेस लोकतांत्रिक पार्टी है। जहां अभी राष्ट्रीय अध्यक्ष लोकतांत्रिक ढंग से चुने गए।

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BJP-Congress on Steering Committee: उन्होंने कहा कि भाजपा को कांग्रेस से सीख लेनी चाहिए। भाजपा को सत्ता और संगठन का अनुभव नहीं है । मोदी और अमित शाह आरएसएस के कहने पर चलते हैं । पीएल पुनिया के बस्तर दौरे को लेकर मंत्री डहरिया ने कहा वे बस्तर संभाग में जाते रहे हैं ।उनके दौरे से संगठन मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में पुनिया प्रभार के रूप में छत्तीसगढ़ प्रभारी के रूप में काम करते रहेंगे। जब तक कोई बदलाव ना हो।

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बता दें कि राष्ट्रीय कांग्रेस के स्टेयरिंग कमेटी के गठन को लेकर पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने प्रदेश कांग्रेस और सरकार पर निशाना साधा है। कौशिक ने कहा कि, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद स्टेयरिंग कमेटी की घोषणा की गई है। जिसमें कुल 47 नाम हैं, लेकिन उसमें छत्तीसगढ़ से एक भी नाम शामिल नहीं है। इससे साफ है, छत्तीसगढ़ में जो कांग्रेस के नेता हैं, वो उस कमेटी के योग्य नहीं है। राष्ट्रीय नेतृत्व ने यहां के नेताओं को इस योग्य उस लायक भी नहीं समझा है।

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आगे कौशिक ने कहा कि, छत्तीसगढ़ सरकार में शामिल नेता पदाधिकारीयों को शामिल नहीं किया जाना अपने आप में कई सवाल खड़े करता है कि, छग के नेताओं को कितना महत्व दिया जा रहा है। प्रदेश में कांग्रेस और सरकार की क्या स्थिति है राष्ट्रीय नेतृत्व को इसकी जानकारी हो गई है, इसके कारण उन्हें स्थान नहीं दिया गया है। निश्चित रूप से छत्तीसगढ़ के कांग्रेस नेताओं की विश्वसनीयता केंद्रीय नेतृत्व के सामने खत्म हो गई है।