BJP in search of candidate to win Sitapur Assembly seat of Surguja
सरगुज़ा। चुनाव की रणभेरी बज चुकी है और पार्टियां मिशन 2023 की तैयारी में जुट चुकी है। पार्टियां न सिर्फ चुनावी जीत के दावे कर रही है बल्कि सरकार भी बनाने का दम्भ भर रही है, मगर सरगुज़ा जिले कि एक ऐसी सीट है जिस पर कमल खिलाने में भाजपा अब तक नाकाम रही है। छग राज्य बनने के बाद यहां 4 बार चुनाव हो चुके हैं, मगर यहां भाजपा जीत को तरस रही है। दिलचस्प बात तो ये की इस सीट पर निर्दलीय भी चुनाव जीत चुके मगर भाजपा ने जीत का स्वाद नही चखा।
सरगुज़ा संभाग में वर्ष 2018 के चुनाव परिणाम जहां कांग्रेस के लिए उम्मीद से दुगना वाले थे तो भाजपा के लिए एक करार झटका था। क्योंकि संभाग की 14 की 14 सीट कांग्रेस जीत कर अपनी झोली में ले गई, मगर सरगुज़ा की सीतापुर विधानसभा सीट एक ऐसी सीट है जिसे भाजपा आजादी के बाद से जीत नही सकी है। छग बनने के बाद यहां 4 चुनाव हुए, जिसमें से हर बार भाजपा को हार का ही सामना करना पड़ा। कांग्रेस से इस बार भी अमरजीत ही मैदान में होंगे और कांग्रेस उनकी 5 वीं जीत का दावा भी कर रही है। कांग्रेस का कहना है कि अमरजीत भगत बेहद मिलनसार है जिसके कारण जनता उन्हें इस बार भी जीत का सेहरा पहनाएगी।
सीतापुर सीट पर जीत हासिल करने के लिए भाजपा ने अब तक अपने सारे पैंतरे अपना लिए, मगर उसे जीत हासिल नहीं हो सकी है बल्कि जीत हार का अंतर बढ़ता ही गया है। वर्ष 2003 की बात करे तो भाजपा ने अमरजीत भगत के सामने राजाराम भगत को मैदान में उतारे। इस चुनाव में भाजपा को करीब 5 हजार वोटों से शिकस्त मिली। 2008 के चुनाव में भाजपा ने पूर्व मंत्री गणेशराम भगत को मैदान में उतारा, मगर अमरजीत करीब 2 हजार के अंतर से चुनाव जीते। 2013 के चुनाव में दुबारा राजाराम भगत चुनावी मैदान में थे, जिसमें कांग्रेस के अमरजीत भगत करीब 18 हजार वोटों से चुनाव जीते। पिछले चुनाव में भाजपा ने गोपाल राम को मैदान में उतारा जिन्हें अमरजीत से करीब 36 हजार वोट से हार मिली।
ऐसे में इस बार भाजपा ऐसे उम्मीदवार की तलाश में है, जो उसे सीतापुर में जीत दिला सके। भाजपा की दलील है कि मंन्त्री अमरजीत भगत की पोल जनता के सामने खुल चुकी है और इस बार न सिर्फ सरकार बनाएगी बल्कि इसकी शुरुवात सीतापुर सीट जीतकर होगी। बहरहाल सीतापुर की सीट जहां कांग्रेस के गढ़ के रूप में बनती जा रही है तो वही भाजपा यहां मुंह की खा रही है। ऐसे में देखना है कि भाजपा इस बार कांग्रेस के गढ़ में सेंध लगाने में सफल होती है या फिर कांग्रेस अपनी जीत के सिलसिले को कायम रखती है। IBC24 से अभिषेक सोनी की रिपोर्ट
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