जबलपुर। नेताजी सुभाषचंद्रबोस केंद्रीय जेल में बंद एक कैदी की तबियत खराब होने के बाद अस्पताल में मौत हो गई। कैदी की मौत की खबर लगते ही परिजन बड़ी संख्या में जेल के गेट पर पहुंचे और जेल प्रबंधन पर मारपीट करने का आरोप लगाया है।
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दरअसल 18 जून को अधारताल थाने की पुलिस ने मारपीट और अवैध शराब जैसे कई मामलों के वारंटी मोनू विश्वकर्मा को न्यायालय में पेश कर जेल भेजा गया था, जिसके बाद मोनू की तबियत बिगड़ गई और उसे जेल अस्पताल में भर्ती करने के बाद हालात गंभीर होने पर बुधवार को मेडिकल कालेज भेजा गया, जहां कैजुअल्टी में ही मोनू की मौत हो गई। मोनू की मौत की खबर लगते ही मोनू के परिजन जेल पहुंचे और जेल के गेट पर जेल प्रबंधन पर मारपीट करने का आरोप लगाया है।
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मोनू के पिता का कहना था कि तबियत बिगड़ने की सूचना हम लोगों को नहीं दी गई और हमको सीधे लड़के की मौत की खबर दी गई। वहीं परिजनों के आरोप पर जेल प्रबंधन का कहना है कि मोनू विश्वकर्मा को कई मामलों में चौथी बार जेल भेजा गया था और मोनू पहले ड्रग एडिक्ट था। साथ ही जेल में आने के बाद से ही उसकी तबियत खराब थी। मामले पर उप जेलअधीक्षक ने कहा कि मृतक का पोस्टमार्टम जेलप्रबंधन की निगरानी और परिजनों के सामने कराया जा रहा है और पूरे मामले की न्यायिक जांच की जायेगी।