‘राक्षस’ की राजनीति.. क्या राम की यही रीति? छत्तीसगढ़ में इस बार के चुनाव में राम कितने जरूरी?

'राक्षस' की राजनीति.. क्या राम की यही रीति? BJP MLA Ajay Chandrakar called Congressmen as monsters, Read full News

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  • Publish Date - June 1, 2023 / 12:02 AM IST,
    Updated On - June 1, 2023 / 12:02 AM IST

रायपुरः छत्तीसगढ़ में चुनावी संग्राम को कुछ महीने ही बचे हैं। ऐसे में जुबानी जंग तेज हो गई है। रायगढ़ में रामायण महोत्सव के आगाज से पहले सियासी वार-पलटवार भी दिख रहा है। बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने कांग्रेसियों को राक्षस बता डाला तो वहीं कांग्रेस नेताओं ने भी उन पर जोरदार पलटवार किया।

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दरअसल, रायगढ़ में गुरुवार से राष्ट्रीय रामायण महोत्सव का आगाज होगा। तैयारी पूरी है और इससे पहले सियासत में जुबानी जंग छिड़ गई है। पूर्व मंत्री और बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर का कहना है कि रायगढ़ में होने वाला रामायण महोत्सव अरण्यकांड पर आधारित है। अरण्यकांड में दो घटनाओं का जिक्र है एक भगवान राम के नवधा भक्ति का और दूसरा मारिच, सुबाहू जैसे राक्षसों का भी वध हुआ। ये कांग्रेसी राक्षस है। उनका वध इस चुनाव में सुनिश्चित है।

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पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर के बयान से पॉलिटिक्स में राक्षस की एंट्री हुई तो कांग्रेस की कड़ी प्रतिक्रिया भी आ गई। कांग्रेस के संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि RSS और BJP के संस्कार राक्षसी प्रवृत्ति के हैं। वहीं मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि रामकाज में बाधा डालने वाले ही राक्षस हैं। राम के ननिहाल में राम का मुद्दा फिर से सियासत को गरमाने लगा है। चुनावों से पहले बयानों की तासीर में ये नजर भी आ रहा है।