GGU: सामाजिक सहभागिता और सांस्कृतिक एकजुटता पर बल देती है संविधान संहिता: बरुण सखाजी

Constitution day celebration, Barun Sakhaji Srivastava : गुरु घासीदास विश्वविद्यालय में संविधान दिवस पर राजनीति विज्ञान विभाग की ओर से...

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  • Publish Date - November 26, 2022 / 08:07 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:35 PM IST

Barun Sakhaji Srivastava

बिलासपुर। Constitution day celebration, Barun Sakhaji Srivastava: संविधान दिवस पर राजनीति विज्ञान विभाग की ओर से गुरु घासीदास विश्वविद्यालय में 26 नवंबर को रजत जयंती सभागार में संविधान दिवस समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का विषय ‘भारत: लोकतंत्र की जननी’ रहा। कार्यक्रम के प्रथम चरण में सर्वप्रथम अतिथियों का नन्हे पौधे से स्वागत किया गया। स्वागत उद्बोघन राजनीति विज्ञान विभाग की सहायक प्राध्यापक डॉ. सांत्वना पाण्डेय ने किया। कार्यक्रम की समन्वयक राजनीति विज्ञान विभाग की प्रो. अनुपमा सक्सेना रहीं। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि IBC24 के एसोसिएट एग्जीक्यूटिव एडिटर बरुन सखाजी श्रीवास्तव रहे।

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‘लोग और नागरिक महत्ता पर दिया बल’

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सखाजी ने कहा कि संविधान संहिता की किताब है, जो भारतीय संस्कृति से प्रेरणा लेते हुए लोकतंत्र बने रहने की बात पर बल देती है। यह सामाजिक सहभागिता और योगदान के साथ-साथ सांस्कृतिक एकजुटता पर भी जोर देती है। उन्होंने कहा की जीवन जीने का आधार कई हैं, लेकिन सभी की धरणा एक है। संविधान की उदेशिका में निहित “लोग” का वर्णन किया और लोग एवं नागरिक के बीच अंतर भी बताया।

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समाज के उत्थान के लिए करें कार्य: प्रो. चक्रवाल

GGU, Professor Alok Kumar Chakrawal : कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल ने कहा कि युवाओं को समाज के उत्थान के लिए कार्य करना चाहिए। हमें मौलिक अधिकारों से ज्यादा मौलिक दायित्वों को ध्यान में रखने की जरूरत है। राष्ट्र को विकसित बनाने के लिए देशवासियों को साथ आना होगा। हमें अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों का निर्वाहन करना होगा। हमें समाज के हर वर्ग के लिए सहयोग और समन्वय का भाव रखना होगा। महिलाओं की समानता और सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए समानता का भाव रखने पर बल दिया। मंचस्थ अतिथियों ने भाषण प्रतियोगिता के विजेताओं को प्रमाण-पत्र से सम्मानित किया।  कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. मनीष श्रीवास्तव, प्रो. एमएन त्रिपाठी अधिष्ठाता ने भी विचार व्यक्त किया। मंचस्थ अतिथियों को शॉल, श्रीफल एवं स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मान किया गया। धन्यवाद ज्ञापन राजनीति विज्ञान विभाग के प्रो. रामकृष्ण प्रधान और संचालन सहायक प्राध्यापक डॉ. सांत्वना पांडेय ने किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में विद्यार्थी मौजूद रहे।