आपदा को अवसर में बदल रहे हैं राजधानी के डायग्नोस्टिक सेंटर, मरीजों से ले रहे मनमाने दाम, IBC24 के कैमरे में कैद हुई सच्चाई
आपदा को अवसर में बदल रहे है राजधानी के डायग्नोस्टिक सेंटरः Diagnostic centers of the capital are turning disaster into opportunity
रायपुरः राजधानी में कोरोना का संक्रमण बढ़ते ही कोरोना जांच से जुड़े डायग्नोस्टिक सेंटरों ने मनमानी और मुनाफाखोरी शुरु कर दी है। चैस्ट के सीटी स्कैन यानी HRCT के लिए कुछ डायग्नोस्टिक सेंटर सरकार के निर्धारित दर से तीन गुना तक ज्यादा पैसा वसूल कर रहे हैं। आईबीसी 24 ने ऐसे कुछ सेंटरों में जाकर और उनके कर्मचारियों से बात कर उनकी मुनाफाखोरी कैमेरे में रिकार्ड की है।
Read more : सड़क किनारे खड़ी बस में नाबालिग से बलात्कार, किसी को बताने पर दी जान से मारने की धमकी, 3 लोगों पर मामला दर्ज
छत्तीसगढ़ में कोरोना की तीसरी लहर पूरी रफ्तार से बढ़ रही है। हर दिन हजारों मरीज कोरोना की चपेट में आ रहे हैं। ऐसे महामारी में भी कुछ लोग मुनाफाखोरी में लगे हुए हैं। राजधानी रायपुर में कुछ डायग्नोस्टिक सेंटर्स ऐसे हैं, जो चेस्ट और सीटी स्कैन यानि HRCT के लिए मनमानी फीस ले रहे हैं। सरकार की दर से तीन गुना से अधिक की वसूली कर रहे हैं। IBC 24 के कैमरे ने ऐसे ही कुछ मुनाफाखोरों को बेनकाब किया है। उनके सेंटर्स पर जाकर जब
उनसे बात की गई तो उनकी काली करतूत बेनकाब हुई। हमारे कैमरे में कैद हुई उनकी सच्चाई.. इनमें देवेंद्र नगर, जीई रोड, पचपेड़ी नाका, फाफाडीह समेत 5 लैब सरकार के निर्धारित रेट से 3 गुना ज्यादा पैसा मांगते मिले। आप भी समझिए इनका खेल..
Read more : लॉकडाउन का खौफ, तय तिथि से चार माह पहले ही जोड़े ने कर ली शादी, जानिए क्या है पूरा मामला
रिपोर्टर- मैडम सीटी स्कैन करवाना था
कर्मचारी- किस चीज का स्कैन करवाना था
रिपोर्टर- चेस्ट का स्कैन करवाना है
कर्मचारी- 4500 रु लगेगा, HRCT बोल रहे हैं न,
रिपोर्टर- हां HRCT
कर्मचारी- 4500 रु लगेगा, पेशेंट कहां है
रिपोर्टर-कब तक मिल जाएगी रिपोर्ट, नंबर तो नहीं लगाना पड़ेगा
कर्मचारी- ड़ेढ घंटे में मिल जाएगी, पेशेंट कहां है
Read more : विश्व धरोहरों में शामिल स्थल में Gay Sex Video की शूटिंग, बवाल होने के बाद हरकत में आई सरकार
हम दूसरे डायग्नोस्टिक सेंटर भी गए। वहां तो सीटी स्कैन का रेट और ज्यादा था।
रिपोर्टर- सीटी स्कैन करवाना था
कर्मचारी- हो जाएगा
रिपोर्टर- कितना पैसा लगेगा
कर्मचारी- 5 हजार लगेगा
रिपोर्टर- कितने देर में रिपोर्ट मिल जाएगी
कर्मचारी- 1 से डेढ़ घंटे में मिल जाएगी
रिपोर्टर- कोई कार्ड वार्ड चलता है क्या
कर्मचारी- नहीं
Read more : फरवरी नहीं मार्च से शुरू होगा छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र, बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते लिया गया फैसला
हमने फोन पर भी HRCT के लिए पड़ताल की। तो बातचीत में आप भी सुनिए उनकी मनमानी…
रिपोर्टर- मैडम सीटी स्कैन हो जाएगा क्या
कर्मचारी- हो जाएगा
रिपोर्टर- कितनी देर पहले आना पड़ेगा, नंबर लगवाना पड़ेगा क्या
कर्मचारी- सीटी स्कैन तुंरत हो जाता है, क्या लिखा डाक्टर ने नॉर्मल या HRCT
रिपोर्टर- HRCT करवाना है, खांसी बहुत आ रही है
कर्मचारी- HRCT का 4500 रु लगेगा, तुरंत हो जाएगा
एक के बाद एक हमने कई सेंटर्स पर फोन पर बात की। सुनिए उनकी मनमानी का एक और नमूना….
रिपोर्टर- भैया कहां से, भवानी डायगोस्टिक सेंटर से बोल रहे हैं
कर्मचारी- हां
रिपोर्टर- भैया छाती का स्कैन करवाना था, बहुत खांसी हा रही है, डाक्टर बोला है सीटी स्कैन करवा कर आना
कर्मचारी- हम्म, हम्म
रिपोर्टर- HRCT करवाने बोला है, कितना टाइम लगेगा, नंबर लगवाना पड़ेगा, कितने टाइम आना पड़ेगा
कर्मचारी- नंबर नहीं लगाते, टाइम हो जाएगा
रिपोर्टर- कितना रुपए लगेगा इसका, रिपोर्ट कब मिलेगी
कर्मचारी- 4500 रु लगेगा, ढाई-तीन घंटे में मिलेगा
रिपोर्टर- भैया HRCT करवाना था, कितने बजे तक खुला है सेंटर
कर्मचारी- 9 बजे तक खुला है
रिपोर्टर- कितना चार्ज लगेगा
कर्मचारी- 4700 रुपए लगेगा
रिपोर्टर- कोविड का रिपोर्ट लाना है क्या भैया
कर्मचारी- नहीं लगेगा
रिपोर्टर- कोविड वालों के लिए कुछ डिस्काउंट मिलेगा क्या
कर्मचारी- नहीं पिछले साल था, इस साल कुछ नहीं है, बताए नहीं हैं
Read more : सड़क किनारे खड़ी बस में नाबालिग से बलात्कार, किसी को बताने पर दी जान से मारने की धमकी, 3 लोगों पर मामला दर्ज
जांच के बदले से साढ़े चार हजार से 5 हजार तक इनका रेट बना रहे हैं। सरकार ने सीटी स्कैन के सिंगल प्रिंट के लिए 18 सौ 70 रुपए और 3 प्रिंट के लिए 21 सौ रुपए की दर तय की थी, लेकिन तीसरी लहर आने से डायग्नोस्टिक सेंटर फिर से मुनाफाखोरी पर उतर आए हैं। चिकित्सा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डॉ राकेश गुप्ता ने साफ कहा कि डायग्नोस्टिक सेंटर अगर ऐसी मुनाफाखोरी कर रहे हैं तो सेंटर के सीलबंद हो सकते हैं। तो देखा आपने इन डायग्नोस्टिक सेंटर को मरीज से मतलब नहीं, उसकी हालत से मतलब नहीं.. उन्हें सिर्फ मतलब है, पैसा कमाने से फिर चाहे इसके लिए सरकार के नियमों को भी ताक पर क्यों न रखना पड़े।

Facebook



