CG News: नहीं थम रहे छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण के मामले, इन दो जिलों में प्रार्थना सभा की आड़ में किया जा रहा था धर्म परिवर्तन, 24 लोग पुलिस हिरासत में

प्रार्थना सभा की आड़ में किया जा रहा था धर्म परिवर्तन, 24 लोग पुलिस हिरासत में, Disclosure of conversion in Balod and Janjgir Champa

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  • Publish Date - September 7, 2025 / 06:39 PM IST,
    Updated On - September 7, 2025 / 11:59 PM IST

CG News. Image Source- IBC24 Archive

HIGHLIGHTS
  • जांजगीर और बालोद में धर्मांतरण की कोशिशों का खुलासा
  • प्रार्थना सभा की आड़ में हो रही थीं गतिविधियां, 24 लोग हिरासत में
  • गांवों में तनाव, पुलिस बल तैनात, जांच जारी

जांजगीर/बालोदः CG News: छत्तीसगढ़ में लगातार कोशिशों के बाद भी धर्मांतरण के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहा है। अलग-अलग जिलों से लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। इस बीच अब जांजगीर चांपा और बालोद जिले में धर्मांतरण का खुलासा हुआ है। दोनों जगहों पर प्रार्थाना सभा की आड़ में धर्मांतरण किया जा रहा था। जांजगीर पुलिस ने 2 लोगों को हिरासत में लिया है, जबकि बालोद पुलिस ने 22 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

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CG News: मिली जानकारी के अनुसार जिले के नवागढ़ थाना अंतर्गत गोधना गांव में कुछ लोग धर्म परिवर्तन कराने का प्रयास कर रहे थे। प्रार्थना सभा की आड़ में लोगों को बुलाकर धर्म परिवर्तन की कोशिश की जा रही थी। जैसे ही यह खबर हिंदू संगठन के लोगों को लगी तो बड़ी संख्या में मौके पर पहुंचे और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में लिया। पुलिस ने मौके से दो संदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में लिया है और पूछताछ जारी है। वहीं, गांव में तनाव की स्थिति को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।

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इधर बालोद जिले के गुंडरदेही थाना क्षेत्र के चैनगंज गांव में रविवार को धर्मांतरण का मामला सामने आया। गांव में एक स्थानीय व्यक्ति के घर में प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया था। धीरे-धीरे वहां बड़ी संख्या में लोग जुटने लगे। इसी दौरान ग्रामीणों को शक हुआ कि यह सिर्फ धार्मिक सभा नहीं, बल्कि धर्मांतरण की गतिविधि हो सकती है। ग्रामीणों और हिंदू संगठनों ने इस पर आपत्ति जताई और तुरंत गुंडरदेही थाने में इसकी शिकायत की। शिकायत के आधार पर पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर पूरे कार्यक्रम को रोका और 22 लोगों को हिरासत में ले लिया।

धर्मांतरण से जुड़े मामलों में किन कानूनों के तहत कार्रवाई होती है?

छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण पर नियंत्रण के लिए "धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम" लागू है। इसके अंतर्गत जबरन या प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन कराना दंडनीय अपराध है।

क्या प्रार्थना सभा करना गैरकानूनी है?

नहीं, प्रार्थना सभा करना गैरकानूनी नहीं है। लेकिन यदि उसके माध्यम से धर्मांतरण की कोशिश की जाए, तो वह कानून के दायरे में अपराध बन जाता है।

पुलिस को कैसे सूचना दें यदि धर्मांतरण का संदेह हो?

स्थानीय थाने या जिले के नियंत्रण कक्ष (Control Room) में सूचना दी जा सकती है। आप 112 डायल करके भी पुलिस को तत्काल जानकारी दे सकते हैं।

क्या हिरासत में लिए गए लोगों को तुरंत गिरफ्तार किया जाता है?

नहीं। हिरासत में लेकर पहले पूछताछ और साक्ष्य एकत्र किए जाते हैं। यदि पुख्ता सबूत मिलते हैं, तब गिरफ्तारी की जाती है।

क्या हिंदू संगठनों को ऐसे मामलों में हस्तक्षेप का अधिकार है?

किसी भी नागरिक को संदेहास्पद गतिविधियों की सूचना देने का अधिकार है, लेकिन कानून हाथ में लेना उचित नहीं है। पुलिस और प्रशासन ही कानूनी कार्रवाई के लिए अधिकृत होते हैं।