Reported By: Netram Baghel
,Chhattisgarh News | Photo Credit: IBC24
सक्ती: Chhattisgarh News सरकार की तमाम योजनाओं का धरातल पर कुछ अलग ही नजारा देखने को मिलता है। हर साल लगभग सभी पंचायतों में लाखों रुपया विकास के नाम पर खर्च किया जा रहा है, लेकिन आज भी कई गांव ऐसे हैं, जहां मृतकों के लिए अंतिम संस्कार के लिए मुक्तिधाम तक नही हैं। ऐसा ही एक मामला छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले से सामने आया है। जहां मुक्तिधाम नहीं होने पर ग्रामीणों ने प्लास्टिक की त्रिपाल से शेड बनाकर उसी के नीचे अंतिम संस्कार किया। जिसका वीडियो भी अब सामने आया है।
Chhattisgarh News मिली जानकारी के अनुसार, मामला जैजैपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत कुटराबोर का है। जहां मुक्तिधाम नहीं होने पर ग्रामीणों ने प्लास्टिक की त्रिपाल से शेड बनाकर उसी के नीचे अंतिम संस्कार किया। बारिश के चलते लकडिय़ां भीगने पर पेट्रोल और अन्य ज्वलनशील पदार्थ डाल कर चिता को जलाना पड़ा। अंतिम संस्कार की ये तस्वीरें इंसानियत को शर्मसार करने वाली हैं।
आपको बता दें कि जैपुर ब्लॉक के कुटराबोर गांव में मूलभूत सुविधाओं तक का अभाव है। जब चिता से आग की लपटे उठी तो त्रिपाल भी जल गई। बड़ी मुश्किल से परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार किया। लोगों ने बरसते पानी के बीच चारों ओर से तिरपाल खींचकर अंतिम संस्कार किया। सरकार और जनप्रतिनिधि और अधिकारी सभी विकास कार्यों के दावे करते हैं। बड़ी-बड़ी हवाई बातें करते हैं, लेकिन जब श्मशान घाट जैसी जगह पर ही मूलभूत सुविधाएं ना मिल पाए तो इससे ज्यादा शर्मनाक और क्या हो सकता है