Bangladeshi in Chhattisgarh: दुर्ग में STF की स्ट्राइक.. दो बांग्लादेशी महिलाओं को गिरफ्तार, कॉल सेंटर और स्पा सेंटर में कर रही थी काम
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हाल ही में राज्यों को निर्देश जारी किए थे कि वे अपने-अपने इलाकों में रह रहे विदेशी नागरिकों की पहचान करें और अगर उनके दस्तावेज पूरे नहीं हैं, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करें।
Bangladeshi Arrested in Chhattisgarh Durg || Image- IBC24 news File
- दुर्ग में दो बांग्लादेशी महिलाएं गिरफ्तार, आठ साल से फर्जी दस्तावेजों पर रह रहीं थीं।
- महिलाएं रायपुर के कॉल सेंटर और स्पा में काम कर रहीं थीं, पुलिस कर रही पूछताछ।
- केंद्र सरकार के ऑपरेशन ‘सिन्दूर’ के तहत अवैध विदेशी नागरिकों की पहचान और कार्रवाई जारी।
Bangladeshi Arrested in Chhattisgarh Durg: दुर्ग: केंद्र सरकार के सख्त निर्देशों के बाद देशभर में विदेशी नागरिकों की पहचान और जांच का काम तेजी से चल रहा है। खासतौर पर उन पाकिस्तानी और बांग्लादेशी नागरिकों की खोजबीन की जा रही है, जो बिना वैध दस्तावेजों के भारत में रह रहे हैं। इसी सिलसिले में छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में एक अहम कार्रवाई सामने आई है।
दो बांग्लादेशी महिलाएं गिरफ्तार
Bangladeshi Arrested in Chhattisgarh Durg: दुर्ग की स्पेशल टास्क फोर्स ने दो बांग्लादेशी महिलाओं को हिरासत में लिया है, जो पिछले कई वर्षों से भारत में अवैध रूप से रह रही थीं। जांच में सामने आया है कि ये दोनों महिलाएं रायपुर के कॉल सेंटर और स्पा सेंटर में काम कर रही थीं। पुलिस ने जब पूछताछ की तो उन्होंने अपने नाम शनाया नूर और खुशबू बेगम बताया।
आठ साल पहले आई थी रायपुर
Bangladeshi Arrested in Chhattisgarh Durg: पुलिस को दिए बयान में दोनों महिलाओं ने कबूला कि वे बांग्लादेश के दीनारपुर की रहने वाली हैं और करीब आठ साल पहले भारत में अवैध तरीके से दाखिल हुई थीं। उन्होंने बताया कि रायपुर, भिलाई और दुर्ग में वे फर्जी दस्तावेजों के आधार पर रह रही थीं। अब पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि इन महिलाओं को यहां किसने पनाह दी, किस नेटवर्क के जरिए वे बॉर्डर पार कर भारत आईं और इनका संपर्क किन-किन लोगों से रहा।
केंद्र का राज्यों को निर्देश
Bangladeshi Arrested in Chhattisgarh Durg: केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हाल ही में राज्यों को निर्देश जारी किए थे कि वे अपने-अपने इलाकों में रह रहे विदेशी नागरिकों की पहचान करें और अगर उनके दस्तावेज पूरे नहीं हैं, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करें। ऑपरेशन ‘सिन्दूर’ के तहत यह अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें कई पाकिस्तानी और बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान की जा चुकी है।

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