Reported By: Komal Dhanesar
,Cyber Fraud in Durg | Image Source | IBC24
दुर्ग: Cyber Fraud in Durg: जिले में साइबर अपराध को अंजाम देने के लिए उपयोग किए जा रहे म्यूल अकाउंट (फर्जी या किराए पर दिए गए बैंक खाते) के खिलाफ दुर्ग पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। बीते दो दिनों में अलग-अलग थाना क्षेत्रों से कुल 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से कुछ ने पैसे लेकर अपने खाते किराए पर दिए थे, जबकि कुछ ने ऐसे खाते खरीदकर या संचालित कर साइबर फ्रॉड में भागीदारी निभाई। एएसपी पद्मश्री तंवर ने बताया कि साइबर फ्रॉड में प्रयुक्त बैंक खातों की सघन जांच की जा रही है। आज मोहन नगर, भिलाई नगर और सुपेला थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किए गए 6 आरोपियों के खातों से 4 लाख रुपये से अधिक का लेनदेन सामने आया है।
Cyber Fraud in Durg: उत्कर्ष बैंक के खाताधारक प्रशांत विश्वकर्मा और मोंटू ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने पैसे लेकर खाता खुलवाया और उसे अन्य लोगों को संचालित करने के लिए सौंप दिया। जांच में उनके खातों से 29,000 रुपये का साइबर फ्रॉड में लेनदेन पाया गया। दो अन्य मामलों में गुजरात और महाराष्ट्र के लोगों को निशाना बनाकर 50,000 रुपये की साइबर ठगी की गई जिसे पंजाब नेशनल बैंक के खाते में ट्रांसफर किया गया। उस खाते के धारक रफीक खान ने कबूल किया कि उसने अपना खाता किसी अन्य को पैसे लेकर बेच दिया था।
Cyber Fraud in Durg: इसके अलावा समीर वर्मा और विपिन शुक्ला ने भी अपना खाता मोहम्मद कलाम को दिया था जिसने आगे इसे किसी तीसरे व्यक्ति को बेचने की बात कबूली है। इससे साफ है कि साइबर फ्रॉड में उपयोग हो रहे म्यूल अकाउंट की चेन में कई लोग शामिल हैं जो पैसों के लालच में अपने खाते अपराधियों को सौंप रहे हैं। इन सभी मामलों में मोहन नगर, सुपेला और भिलाई नगर थाना पुलिस ने अलग-अलग अपराध दर्ज कर खातों को फ्रीज़ किया है और सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस द्वारा आगे भी ऐसे मामलों में कार्रवाई जारी रहेगी।