Drone Technology: अब किसानों का काम होगा और भी आसान, खाद और दवा के छिड़काव का जानें नया तरीका
Farmers will get huge profit from drone technology कृषि कामों को ध्यान में रखते हुए इस ड्रोन को विशेष तरह से डिजाइन किया गया है|
Amit shah bhopal visit
Farmers will get huge profit from drone technology: रायपुर। किसानों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए शंकराचार्य कॉलेज के प्रोफेसरो ने एक ऐसे ड्रोन का आविष्कार किया है, जो खेतों में यूरिया के साथ ही खाद का छिड़काव भी कर सकेगा। कृषि कामों को ध्यान में रखते हुए इस ड्रोन को विशेष तरह से डिजाइन किया गया है, ताकि यह खेतों में बड़ी ही आसानी से खाद का छिड़काव कर सके। अब तक बनाएं गए सभी ड्रोन तरल पदार्थों का छिड़काव करने में ही समक्ष थे। अन्य खाद का छिड़काव नहीं कर सकते थे लेकिन यह ड्रोन उन सब से अलग है।
यह खास ड्रोन कर सकता है खाद का भी छिड़काव
शंकराचार्य कॉलेज रायपुर में स्थित आइडिया लैब में प्रोफेसर डॉ. जेपी पात्रा, प्रोफेसर अतुल चक्रवर्ती और डॉ. नेहा वर्मा ने मिलकर इस ड्रोन का अविष्कार किया है, कृषि कामों को आसान बनाने के लिए पहले भी ड्रोन के जरिए छिड़काव किए जाते थे। लेकिन वे ड्रोन केवल तरल पदार्थों का ही छिड़काव कर सकते थे। यह ड्रोन दानेदार जैसे यूरिया खाद का छिड़काव भी कर सकेगा। इससे खाद की बरबादी नहीं होगी और सही तरीके से खाद छिड़काव भी किया जा सकेगा।
Farmers will get huge profit from drone technology: इस खास तरह के ड्रोन में एक स्मार्ट डिवाइस को अटैच किया गया है, जिसमें 16 किलो तक यूरिया लोड किया जा सकता है। कृषि संबंधी ड्रोन की विशेषता को देखते हुए भारत सरकार ने इसे यूटिलिटी पेटेंट ग्रांट किया है। पेटेंट कार्यालय ने इस कृषि ड्रोन को एग्रीकल्चर ड्रोन फॉर डिस्पेंसिंग ग्रेन्युलर फार्म फर्टिलाइजर इनटू ऐन एरिया ऑफ लैंड के नाम से यूटिलिटी पेटेंट ग्रांट किया है। इस ड्रोन की सबसे खास बात यह भी है कि इसके जरिए खाद का छिड़काव होगा और खाद का वेस्टेज भी कम होगा।
रिमोट के जरिए भी ड्रोन को किया जा सकता है कंट्रोल
आमतौर पर गन्ने की फसल में किसानों को खाद के छिड़काव के लिए समस्या आती है लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। प्रोफेसर अतुल बताते है कि इस ड्रोन के जरिए दानेदार या पाउडर जैसे दिखने वाले खाद का भी छिड़काव किया जा सकता है। यदि ये ड्रोन किसी जगह पर मुड़ेगा तो भी खाद का वेस्टेज नहीं होगा। रिमोट के जरिए इस ड्रोन को कंट्रोल किया जा सकता है।
Farmers will get huge profit from drone technology: यदि प्रदेश के जंगली क्षेत्र में हाथी नजर आते है तो इस ड्रोन के जरिए हार्न बजाकर उन्हे भगाया भी जा सकता है। प्रोफेसर अतुल का कहना है कि हाथी को भगाने के लिए गांव के लोग पटाखे फोड़ते है। हार्न बजाकर भी हाथियों को वापस लौटाया जा सकता है, जैसे ही किसानों को इसकी भनक लगी वे ड्रोन चलाकर हार्न के जरिए हाथियों को भगा सकते है। बहरहाल आगामी दिनो में ये ड्रोन बाजारों में भी उपलब्ध होगी।

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