कौन सा पेड़ विलुप्त प्रजाति का है जानवर ​कैसे समझे? चरवाहों से वन विभाग ने वसूले 1 लाख रुपए

कौन सा पेड़ विलुप्त प्रजाति का है जानवर ​कैसे समझे? Forest Department Fine one lakh to Shepherd due to cattle Damage Rare Plant

Modified Date: November 29, 2022 / 08:59 pm IST
Published Date: September 27, 2021 11:40 pm IST

धमतरी: वन विभाग ने गुजरात से आए 10 चरवाहे परिवारों से जंगल को नुकसान पहुंचाने के लिए 1 लाख रुपए की क्षतिपूर्ति राशि वूसल की गई है, साथ ही उन चरवाहो को वहां हटा दिया गया है।

Read More: पति ने ही दी थी पत्नी को किसी और से संबंध रखने की अनुमति, लेकिन अब कर रहा अफसोस, बयां किया दर्द

बताया जा रहा है कि गुजरात के कच्छ से पहुंचे दस परिवार लगभग 5 हजार नग भेड़-बकरियां, दर्जनभर ऊंट के साथ केरेगांव रेंज में पहुंचे हैं, जिन्होंने आरक्षित क्षेत्र में लगे कीमती प्रजाति जैसे साल, शीसम, बीजा समेत कई उपयोगी औषधीय और विलुप्त प्राय प्रजाति के पौधों को क्षति पहुंचाई है। इसके चलते वन विभाग ने भेड़-बकरी चराने वाले 10 परिवारों पर वन अपराध कायम कर एक लाख रुपए की क्षतिपूर्ति राशि वसूली गई।

 ⁠

Read More: T20 world cup 2021 से पहले दिग्गज ऑलराउंडर ने किया सन्यास का ऐलान, अब टेस्ट क्रिकेट में नहीं आएंगे नजर


लेखक के बारे में

"दीपक दिल्लीवार, एक अनुभवी पत्रकार हैं, जिन्हें मीडिया इंडस्ट्री में करीब 10 साल का एक्सपीरिएंस है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक ऑनलाइन समाचार वेबसाइट से की थी, जहां उन्होंने राजनीति, खेल, ऑटो, मनोरंजन टेक और बिजनेस समेत कई सेक्शन में काम किया। इन्हें राजनीति, खेल, मनोरंजगन, टेक्नोलॉजी, ऑटोमोबाइल और बिजनेस से जुड़ी काफी न्यूज लिखना, पढ़ना काफी पसंद है। इन्होंने इन सभी सेक्शन को बड़े पैमाने पर कवर किया है और पाठकों लिए बेहद शानदार रिपोर्ट पेश की है। दीपक दिल्लीवार, पिछले 5 साल से IBC24 न्यूज पोर्टल पर लीडर के तौर पर काम कर रहे हैं। इन्हें अपनी डेडिकेशन और अलर्टनेस के लिए जाना जाता है। इसी की वजह से वो पाठकों के लिए विश्वसनीय जानकारी के सोर्स बने हुए हैं। वो, निष्पक्ष, एनालिसिस बेस्ड और मजेदार समीक्षा देते हैं, जिससे इनकी फॉलोवर की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। काम के इतर बात करें, तो दीपक दिल्लीवार को खाली वक्त में फिल्में, क्रिकेट खेलने और किताब पढ़ने में मजा आता है। वो हेल्दी वर्क लाइफ बैलेंस करने में यकीन रखते हैं।"