Reported By: priyal jindal
,Jashpur Corona Update | Image Source | IBC24
जशपुर: Jashpur Corona Update: देशभर में एक बार फिर कोरोना मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर आ गया है। प्रदेश स्तरीय हाई लेवल बैठक के बाद जिले के स्वास्थ्य अमले ने कोविड काल के दौरान जुटाए गए संसाधनों की समीक्षा शुरू कर दी है।
Jashpur Corona Update: खासकर अस्पतालों में बंद पड़े ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट को दोबारा चालू करने की कवायद तेज कर दी गई है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. जी.के. जात्रा ने बताया कि कोरोना का नया वेरिएंट फिलहाल पहले जितना घातक नहीं है, लेकिन एहतियात और सतर्कता बेहद जरूरी है। स्वास्थ्य विभाग ने बीते दिनों हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दिशा-निर्देश प्राप्त किए हैं, जिसके अनुसार ज़िले में तैयारियाँ तेज़ की जा रही हैं।
Jashpur Corona Update: ऑक्सीजन प्लांट फिर से होंगे सक्रिय कोरोनाकाल में जशपुर जिला अस्पताल में दो ऑक्सीजन प्लांट लगाए गए थे। ये प्लांट वायुमंडलीय हवा से ऑक्सीजन तैयार करने की क्षमता रखते हैं और दावा किया गया था कि अस्पताल में 24 घंटे ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति होगी। लेकिन महामारी का असर कम होते ही ये प्लांट उपेक्षा का शिकार हो गए और तकनीकी खराबियों के कारण बंद हो गए। अब स्वास्थ्य विभाग इन्हें पुनः चालू करने की दिशा में काम कर रहा है।
Jashpur Corona Update: सीएमएचओ डॉ. जात्रा ने बताया कि एक प्लांट में तकनीकी खराबी है और दूसरे की सर्विसिंग आवश्यक है। दोनों की मरम्मत और पुनः संचालन के लिए इंजीनियरों से बातचीत हो चुकी है। इसके साथ ही जिले में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भी उपलब्ध हैं जिनसे मरीजों को जरूरत पड़ने पर 24 घंटे ऑक्सीजन दी जा सकती है। फिलहाल सिलेंडर की सप्लाई अंबिकापुर से की जा रही है। आइसोलेशन वार्ड और टेस्टिंग किट की मांग जिले में संभावित कोरोना मरीजों के लिए आइसोलेशन वार्ड हेतु स्थानों का चयन कर लिया गया है। साथ ही टेस्टिंग किट की मांग शासन को भेजी गई है। स्वास्थ्य अमले को सभी जरूरी संसाधनों की सूची अपडेट करने और कोरोना प्रोटोकॉल के पालन के निर्देश दिए गए हैं।
Jashpur Corona Update: सीएमएचओ डॉ. जात्रा ने जनता से अपील करते हुए कहा कि नया वेरिएंट अब तक की जानकारी के अनुसार ज्यादा घातक नहीं है। इसके लक्षण सामान्य सर्दी, खांसी और बुखार जैसे हैं जो एक सप्ताह में ठीक हो रहे हैं। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि यदि ऐसे लक्षण दिखें तो घबराने की बजाय नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर डॉक्टर की सलाह लें।