Reported By: priyal jindal
,Jashpur News / Image Source: IBC24
छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले से एक हैरान करने वाला मामला (Jashpur News) सामने आया है। पुलिस ने जिसकी हत्या के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था, वह ज़िंदा निकल गया। दो महीने बाद युवक ने थाने जाकर खुद को ज़िंदा बताया।
मिली जानकारी के अनुसार, 22 अक्टूबर को जशपुर के सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत पुरनानगर-तुरीटोंगरी जंगल में एक अधजली लाश मिली थी। पुलिस ने शव की शिनाख्त ग्राम सिटोंगा निवासी सीमित खाखा (30 वर्ष) के रूप में की थी। इस पहचान की पुष्टि खुद सीमित के माता-पितापरिवार और भाई ने कार्यपालिक मजिस्ट्रेट के सामने की थी।
इस पूरे मामले में पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार किया था। हैरानी की बात यह है कि आरोपियों ने भी न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया था और फॉरेंसिक टीम ने मौके पर जाकर ‘सीन ऑफ क्राइम’ का रीक्रिएशन भी किया था, जिसके बाद आरोपियों को जेल भेज दिया गया।
शनिवार, 20 दिसंबर की रात मामला उस समय पलट गया, जब मृत घोषित किया गया सीमित खाखा ग्राम पंचायत सिटोंगा की सरपंच कल्पना खलखो के साथ खुद थाने पहुंच गया। सीमित ने थाने जाकर बताया कि “वह मजदूरी के लिए झारखंड गया था, रांची से अलग होकर गिरिडीह के सरईपाली गांव में काम कर रहा था और मोबाइल न होने के कारण संपर्क नहीं कर पाया था।”
एसडीओपी चंद्रशेखर परमा ने कहा कि पुलिस ने पहचान और आरोप स्वीकार करने की सभी कानूनी प्रक्रियाएं मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पूरी की थीं। सीमित खाखा के जीवित मिलने के बाद अब पूरे प्रकरण की नए सिरे से जांच की जा रही है और गिरफ्तार आरोपियों की रिहाई हेतु वैधानिक प्रक्रिया शुरू की गई है। वास्तविक मृतक की पहचान के लिए राजपत्रित अधिकारी के नेतृत्व में विशेष टीम गठित कर जांच जारी है।
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