Mata's devotees came out with blazing fire and shining sword in their hands
कवर्धा। कबीरधाम जिले के कवर्धा में नवरात्र के अष्टमी में खप्पर निकालने की वर्षों पुरानी परंपरा आज भी जीवित है। नगर के दो सिद्धपीठ चंडी देवी मंदिर एवं परमेश्वरी मंदिर से बीती मध्य रात्रि को सुरक्षा के चाक चौबंध घेरे के बीच परंपरा अनुसार खप्पर निकाला गया और नगर के प्रमुख 18 मंदिरों के देवी देवताओं का विधिवत आह्हन किया गया।
इस दौरान हाथों में धधकती आग और चमचमाती तलवार लेकर निकले माता की खप्पर दर्शन के लिए 30 से 40 हजार लोगों की भींड़ शहर में मध्यरात्रि को पहुंचे, जिसमे अन्य जिले के लोग भी शामिल रहे। मंदिर समतियों के अलावा सुरक्षाकर्मियों की बल भी मौजूद रहे। ऐसी मान्यता है कि माता की खप्पर निकालने से नगर में किसी प्रकार की कोई आपदा या बीमारी नहीं आती। IBC24 से सूर्यप्रकाश चंद्रवंशी की रिपोर्ट
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