बेटी को बचाने जंगली सुअर से लड़ गई मां, आधा घंटे की लड़ाई के बाद सुअर और महिला दोनों की मौत

जंगली सुअर और महिला के बीच करीब आधे घंटे तक संघर्ष हुआ और अंतत: दोनों की मौत हो गई।

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  • Publish Date - February 26, 2023 / 06:04 PM IST,
    Updated On - February 26, 2023 / 06:39 PM IST

Mother fought with wild boar to save her daughter

कोरबा। कोरबा से अभी एक बड़ी खबर सामने आयी है, जहां अपनी बेटी को बचाने के लिए जान जोखिम में डाल कर एक मां जंगली सुअर से लड़ गई। जंगली सुअर और महिला के बीच करीब आधे घंटे तक संघर्ष हुआ और अंतत: दोनों की मौत हो गई।

मिली जानकारी के अनुसार कोरबा के पसान वन परिक्षेत्र के तेलियामार में हुई एक भयानक घटना में 45 वर्षीय दुवशिया बाई खेत में काम करने गई थी, उनके साथ उसकी 11 वर्षीय बच्ची रिंकी भी थी। काम करने के दौरान ही जंगल से भटकते हुए वहां पर जंगली सुअर आ गया, इसके पहले की जंगली सुअर उन पर हमला करता महिल अपनी बच्ची को बचाने सामने आ गई और सुअर से लड़ बैठी। जब तक ग्रामीणों को इस बात की खबर लगी तब तक महिला और सुअर दोनो की मौत हो चुकी थी, घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची हुई है, वहीं ग्रामीणों की भीड़ भी लगी हुई है।

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कोरबा के वनांचल क्षेत्रों में मानव और जंगली जानवरों के बीच द्वंद थमने का नाम नहीं ले रहा। आए दिन इस तरह की घटनाएं सामने आ रही है। लेकिन पसान थाना क्षेत्र के ग्राम तेलियामार में जो घटना सामने आई उसने सभी को स्तब्ध कर दिया। 45 वर्षीय दुवसिया बाई अपनी 11 वर्षीय पुत्री सुनीता के साथ पास के ही गांव के खेत में मिट्टी लेने गई हुई थी। मिट्टी खुदाई के दौरान दोनों पर जंगली सुअर ने हमला कर दिया। बेटी को बचाने के लिए दुवसिया ने अपनी जान की भी परवाह नहीं की और सुअर से भिड़ गई।

दोनों के बीच करीब आधे घंटे तक चले संघर्ष में दुवसिया की सांसे थम गई वहीं सुअर ने भी मौके पर दम तोड़ दिया। महिला और जंगली सुअर की मौत की खबर सभी तरफ फैल गई और देखते ही देखते मौके पर ग्रामीणों का हुजूम इकट्ठा हो गया। वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची और आवश्यक कार्रवाई में जुट गई। महिला के शरीर पर जख्म के कई निशान पाए गए हैं वहीं सुअर भी मौके पर लहुलुहान पड़ा हुआ पाया गया। मौके पर ही जिस तरह से दोनों की मौत हुई है उससे यह अंदाजा लगाना कठिन नही है, कि दोनों के बीच संघर्ष कितना तगड़ा हुआ होगा।

पसान रेंजर रामनिवास दहायत ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही टीम के साथ मौके पर पहुंचे। जहां देखा गया कि सूअर और महिला दोनों की मौत हो चुकी थी। इस मामले में पंचनामा कार्रवाई करते हुए आगे की वैधानिक कार्यवाही की जा रही है। मृत महिला की पुत्री सुनीता ने बताया, कि उसकी मां मिट्टी की खुदाई कर रही थी और वो उपर में थी। पास में ही सुअर का पूरा झुंड था जिसमें बच्चे भी थे लेकिन दूर से मृतका की पुत्री को सुअर का झुंड भैंस के समूह जैसे लगा। सुअर उसकी ओर आ रहे थे जिसे देखकर भागने लगी ये देख उसकी मां पर सुअर से भीड़ गयी, तब उसे इस बाद का ईल्म हुआ कि हमला करने वाला जानवर भैंस नहीं बल्की सुअर है। जिसके बाद वह दौड़कर अपने घर गई और पिता को सूचना दी। पिता मौके पर जब तक कुछ कर पाता महिला दुवसिया की मौत हो चुकी थी। मां की मौत से पुत्री का रो रोकर बुरा हाल है।

इस घटना के बाद पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। मृतका के परिजनों को शुरुआती दौर में 25 हजार रुपयों का मुआवजा दिया गया है। पंचनामा की कार्रवाई पूरी कर महिला की लाश पीएम के लिए भेज दी गई है। वहीं पशु चिकित्सक के माध्यम से जंगली सुअर का पीएम कराया जाएगा जिसके बाद अंतिम संस्कार की प्रक्रिया अपनाई जाएगी

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