रायपुरः Raipur News: रायपुर के टाटीबांध चौराहे पर खड़ा अत्याधुनिक लड़ाकू विमान सी हॉक पिछले 5 सालों से गायब हैं, लेकिन शहर के प्रशासकों ने इसकी कोई खबर नहीं ली। रायपुर से भारतीय नौ सेना का फाइटर जेट गायब हो गया है। वो कहां है, कोई नहीं जानता। हैरत की बात ये है कि भारत की समुद्री सीमाओं पर दुश्मनों को तबाह करने की ताकत रखने वाले इस फाइटर को भुला दिया गया। वो फाइटर जिसने 1971 के भारत-पाक युद्ध में, पाकिस्तान के बड़े हिस्से को तबाह किया था, लेकिन हम उस जांबाज लड़ाकू का ठीक-ठीक सम्मान भी ना रख पाए। ये लड़ाकू विमान ना सिर्फ गुम है बल्कि आज गुमनाम भी हो चुका है। इस फाइटर जेट को साल 2015 में रायपुर के टाटीबंध चौराहे पर इस सोच के साथ लगाया गया कि ये प्रेरणा देगा, लेकिन साल 2019-20 से ये जहाज गायब है। हद ये है कि रायपुर प्रशासन इस वॉर हीरो को ऐसे ही भूल गया, मानो कोई बच्चा अपना खिलौना कहीं रखकर भूल गया हो।
Raipur News: भारतीय नौ सेना के अत्याधुनिक विमानवाहक युद्धपोत INS विक्रांत से उड़ान भरता Sea Hawk लड़ाकू विमान, जिसने 1971 के बांग्लादेश युद्ध में पाकिस्तान के कराची बंदरगाह पर जमकर तबाही मचाई। 1971 की जंग का हीरो रहा Sea Hawk सेना से रिटायरमेंट के बाद रायपुर के टाटीबंध चौराहे पर 2015 में बड़ी शान से रखा गया था, लेकिन लापरवाही का आलम ये कि जिस फाइटर जेट को जंग में किसी तरह की खरोच तक नहीं आई उसका एक विंग टूट गया। मेंटनेंस के नाम पर 2019-20 में उसे हटाया गया, लेकिन फिर रायपुर प्रशासन ने इसकी कोई खबर नहीं ली। पिछले 5 साल से ये विमान कहां है इसकी किसी को कोई खबर नहीं।
हैरानी की बात है कि रायुपर के बेहद व्यस्त चौराहे से 5 साल से गायब इस विमान की जिम्मेदारों को कोई खबर नहीं, हालांकि अब NHAI के अधिकारी इसका पता लगाने की बात कह रहे हैं। फाइटर जेट कोई साधारण विमान नहीं, बल्कि राष्ट्र की सम्पति होता है। करोड़ों रुपए उसकी खरीदी, मेटेनेंस और संचालन में खर्च होते हैं। रायपुर के टाटीबांध चौराहे से गायब Sea Hawk का तो गौरवशाली इतिहास था। 1971 की जंग में पाकिस्तान को घुटनों पर लाने में अहम भूमिका निभाई थी, जिसे देखकर बच्चे और युवा गर्व से भर जाते थे। उसे मेंटेनेंस के लिए भेजकर भुला देना साबित करता है कि हम अपने गौरवशाली इतिहास और विरासत के प्रति कितने लापरवाह हैं।