Raipur News: सावधान! RTO के नाम से ई-चालान भेज रहे साइबर ठग, लिंक खोलते ही लोग जाएंगे कंगाल

Raipur crime News: आरटीओ और ट्रैफिक पुलिस के नाम से ई-चालान एपीके फाइल भेज रहे हैं, जिसे लोग आरटीओ व ट्रैफिक का ई-चालान मानकर ओपन करते हैं और ऐसा करते ही उनका मोबाइल हैक हो जाता है, इसके बाद उनके बैंक खातों से रकम पार कर देते हैं

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  • Publish Date - September 11, 2025 / 06:54 PM IST,
    Updated On - September 11, 2025 / 06:59 PM IST

Raipur Crime News

HIGHLIGHTS
  • परिवहन विभाग के नाम से फर्जी एसएमएस
  • पुलिस ने एडवायजरी जारी कर लोगों को किया सतर्क
  • जानें जांचने का सुरक्षित तरीका

रायपुर: Raipur Crime News, छत्तीसगढ़ के रायपुर में साइबर ठगों ने ऑनलाइन ठगी करने का नया तरीका निकाला है। जिसमें अब आरटीओ और ट्रैफिक पुलिस के नाम से ई-चालान एपीके फाइल भेज रहे हैं, जिसे लोग आरटीओ व ट्रैफिक का ई-चालान मानकर ओपन करते हैं और ऐसा करते ही उनका मोबाइल हैक हो जाता है, इसके बाद उनके बैंक खातों से रकम पार कर देते हैं। कई लोगों के साथ ऐसा हो चुका है इसलिए आरटीओ और यातायात पुलिस ने अलर्ट जारी किया है।

ई-चालान वाहन स्वामी मोबाइल में मैसेज या डाकघर के माध्यम से चालान नहीं पहुंच पाता है, तो ट्रैफिक पुलिस वाहन स्वामी के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर में कॉल कर ई-चालान की सूचना देती है। वाहन स्वामी की सहमति पर उनके वाट्सऐप में भी चालान को भेजा जाता है, यदि व्हाट्सप्प के माध्यम से ई-चालान प्राप्त हो रहा है, तो दिए गए लिंक में जाकर ई-चालान डाउनलोड न करें।

जानें जांचने का सुरक्षित तरीका

ई-चालान की असलियत जांचने के लिए विभाग की अधिकारिक वेबसाइट का उपयोग करें परिवहन विभाग की वेबसाइट ई-चालान डॉट परिवहन डॉट गव डॉट इन पर जाना होगा। यहॉ ई-चालान के पेज में जाकर ‘पे ऑनलाइन’ पर क्लिक करना होगा। इसके बाद चालान नंबर और कैप्चा कोड भरना होगा। फिर रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगा। ओटीपी डालने पर ई-चालान का पूरा विवरण मिलेगा। यही तरीका सुरक्षित एवं विश्वसनीय है।

परिवहन विभाग के नाम से फर्जी एसएमएस

साइबर ठग ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन करने वालों को ट्रैफिक पुलिस व परिवहन विभाग के नाम से फर्जी एसएमएस भेज रहे हैं। इसमें जुर्माना भरने के लिए एक लिंक दिया जाता है और जैसे ही लिंक को ओपन करते हैं, तो आरटीओ ई-चालान.एपीके डाउनलोड हो जाता है, एपीके फाइल डाउनलोड होते ही मोबाइल या कंप्यूटर हैक हो जाता है जिसके बाद शातिर ठगों को उसका एक्सेस मिल जाता है। इसके बाद बैंक अकाउंट से पैसा निकाल लेते हैं।

पुलिस ने एडवायजरी जारी कर लोगों को किया सतर्क

इसको लेकर रायपुर यातायात पुलिस ने एक एडवायजरी जारी कर लोगो को सतर्क किया है। साथ ही प्रदेश वासियों से अपील की गई है कि मोबाइल पर आये किसी भी लिंक या एपीके फाइल को इंटरटेन न करें और ठगी से बचे क्योंकि सावधानी में ही सुरक्षा है।

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साइबर ठग किस तरह ठगी कर रहे हैं?

👉 ठग आरटीओ और ट्रैफिक पुलिस के नाम से लोगों को फर्जी ई-चालान APK फाइल भेज रहे हैं। जैसे ही लोग लिंक पर क्लिक करके इसे खोलते हैं, उनका मोबाइल या कंप्यूटर हैक हो जाता है और बैंक अकाउंट से रकम गायब हो जाती है।

असली ई-चालान कैसे आता है?

👉 असली ई-चालान SMS/पोस्ट के जरिए या फिर ट्रैफिक पुलिस द्वारा रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर सूचना देकर भेजा जाता है। जरूरत पड़ने पर वाहन स्वामी की सहमति से इसे व्हाट्सऐप पर भी भेजा जा सकता है, लेकिन उसमें संदिग्ध लिंक नहीं होता।

ई-चालान की जांच का सुरक्षित तरीका क्या है?

👉 केवल परिवहन विभाग की आधिकारिक वेबसाइट echallan.parivahan.gov.in पर जाकर ही चालान जांचें। यहां चालान नंबर + कैप्चा + OTP डालने पर ही चालान का विवरण मिलेगा। यही तरीका सुरक्षित और भरोसेमंद है।

अगर फर्जी SMS या लिंक मिले तो क्या करें?

👉 किसी भी संदिग्ध लिंक या APK फाइल को डाउनलोड या ओपन न करें। तुरंत उसका स्क्रीनशॉट लेकर साइबर हेल्पलाइन 1930 या नजदीकी पुलिस स्टेशन को सूचना दें।