रायपुर। भारतीय जनता पार्टी जहां मेयर और सभापति के चुनाव प्रक्रिया पर सवाल खड़ा कर चुनाव की नई तिथि घोषित कर चुनाव कराने की मांग कर रही है । वहीं दूसरी ओर रायपुर में अपना महापौर बनाने के लिए जोड़-तोड़ में लगी हुई हैं। भारतीय जनता पार्टी की ओर से रायपुर मेयर चुनाव के लिए बनाए गए पर्यवेक्षक बृजमोहन अग्रवाल ने मेयर चुनाव की प्रक्रिया पर ही सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि राज्य निर्वाचन आयोग राज्य सरकार के दावे के दबाव में नगर पालिका चुनाव अधिनियम को नजरअंदाज कर रहा है।
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उनका कहना है कि राज्य निर्वाचन आयुक्त को उन्होंने अपनी बातों से अवगत करवा दिया है अगर उनकी मांगों को नजरअंदाज कर सोमवार को मेयर चुनाव करवाया जाता है तो वे न्यायालय की शरण में जाएंगे । जब उनसे यह पूछा गया कि क्या इन परिस्थितियों में भारतीय जनता पार्टी रायपुर में मेयर और सभापति के लिए अपना प्रत्याशी खड़ा करेगी ? तो उन्होंने यह कहकर टाल दिया कि ‘आगे आगे देखें होता है क्या ‘
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यानी ऐसा भी हो सकता है कि भारतीय जनता पार्टी मेयर, सभापति और अपील समिति के चुनाव का बहिष्कार भी कर दे। दूसरी ओर चर्चा इस बात की भी है कि भारतीय जनता पार्टी इस कोशिश में लगी हुई है कि कांग्रेस की नाराजगी और झगड़े से क्रॉस वोटिंग हो और उसके प्रत्याशी को अधिक से अधिक वोट मिले। भाजपा सूर्यकांत राठौर या मीनल चौबे में से किसी को महापौर या सभापति का चुनाव लड़ा सकती हैं ।
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