CG Ki Baat। Photo Credit: IBC24
CG Ki Baat: रायपुर। शुक्रवार को विधानसभा में कार्यवाही के दौरान गेड़ी के बहाने बहस ने नया मोड़ ले लिया है। पूर्व की कांग्रेस सरकार पर सत्तापक्ष ने ये आरोप मढ़ा कि उसके कार्यकाल में सड़क कीचड़ से भरी हुई होती थी, इसलिए भूपेश बघेल और उनके मंत्री गेड़ी में चलने की प्रैक्टिस करते थे। बस इसी बात पर मामला गर्म हो गया और एक नए विवाद का जन्म होता दिया।
पूर्व CM भूपेश बघेल की गेड़ी चढ़ी ये तस्वीरें, छत्तीसगढ़ी संस्कृति की मजबूत संरक्षक सरकार के तौर पर पेश की गई थीं, लेकिन अब उसी गेड़ी ब्रांड पर बीजेपी सरकार ने सीधे प्रहार किया है। छत्तीसगढ़ विधानसभा में जारी बजट सत्र में, PWD विभाग का बजट पर चर्चा के दौरान बीजेपी सरकार ने प्रदेश में सड़कों के जाल बिछाने का दावा किया। साथ ही प्रदेश के डिप्टी CM अरूण साव ने पिछली सरकार के मुखिया, पूर्व CM भूपेश बघेल को घेरते हुए, बघेल के ‘गेड़ी ब्रांड’ पर करारा प्रहार किया।
साव ने तंज कसते हुए कहा कि, भूपेश तय कर बैठे थे, उन्हें प्रदेश में कीचड़ युग की वापसी करवानी है, इसलिए गेड़ी की प्रैक्टिस को बढ़ावा दिया, जबकि हमारी सरकार पक्की और मजबूत सड़कों को जाल बिछा रही है। बीजेपी के पूर्व CM पर विकास कार्यों को लेकर किये प्रहार पर, सरकार के खिलाफ कांग्रेस ने भी मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेसी विधायक रामकुमार यादव ने कहा कि, प्रदेश के PWD मंत्री छत्तीसगढ़िया संस्कृति और छत्तीसगढ़िया लोगों का अपमान कर रहे हैं। यादव ने तंज कसा कि, सरकार “छग का खाना और कहीं का गाना” गाने का काम कर रही है।
CG Ki Baat: ये पहली बार नहीं है, पहले भी विपक्ष में रही बीजेपी ने 5 साल में कई बार भूपेश बघेल को विकास कार्य ना करने, एक भी ईँट ना रखे जाने की बात कहते हुए घेरा था तो दूसरी ओर भूपेश बघेल सरकार ने छत्तीसगढ़िया संस्कृति जुडे़ तीज-त्योहारों को बड़े पैमाने पर मानते हुए, गेड़ी समेत सारे चिन्हों को उभारने का काम किया। सो गेड़ी के बहाने अधूरे विकास पर किए वार को कांग्रेस ने छत्तीसगढ़िया मान-अपमान से जोड़कर घेरना शुरू कर दिया है। सवाल है छत्तीसगढ़िया का आम जनमानस किस आरोप को सही और गंभीर मानता है?