CG Anganwadi Workers Regularization: आंगनवाड़ी मितानिनों को 25000 रुपये वेतन!.. नियमितीकरण के साथ 8 से 10 हजार रुपये हर महीने पेंशन भी, पढ़ें सभी मांगे

इसके साथ ही, कार्यकर्ताओं को 5 लाख रुपए और सहायिकाओं को 4 लाख रुपए एकमुश्त ग्रेच्युटी प्रदान करने की मांग भी की गई। संघ ने सेवा के दौरान मृत्यु होने की स्थिति में परिवार के एक सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति देने की मांग भी उठाई है।

CG Anganwadi Workers Regularization: आंगनवाड़ी मितानिनों को 25000 रुपये वेतन!.. नियमितीकरण के साथ 8 से 10 हजार रुपये हर महीने पेंशन भी, पढ़ें सभी मांगे

CG Anganwadi Workers Protest || Image- IBC24 News File

Modified Date: September 4, 2025 / 11:53 am IST
Published Date: September 4, 2025 11:52 am IST
HIGHLIGHTS
  • आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका 7 अगस्त से हड़ताल पर
  • 25 हजार वेतन और 10 हजार पेंशन की मांग
  • मुख्यमंत्री निवास घेराव की योजना, पुलिस ने रोका

Chhattisgrh Anganwadi Workers Regularization: रायपुर: एक तरफ जहां प्रदेश भर में दस सूत्रीय मांगो को लेकर नेशनल हेल्थ मिशन यानी एनएचएम कर्मियों की हड़ताल जारी है तो दूसरी तरफ प्रदेशभर के आंगनवाड़ी कर्मचारियों ने भी अलग-अलग मांगो को लेकर मोर्चा खोल रखा है। वे अपनी दो सूत्री मांगो को लेकर पिछले महीने के 7 तारीख़ से हड़ताल पर है।

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इसी कड़ी में आँगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की योजना रायपुर में मुख्यमंत्री निवास के घेराव की थी। वे नया रायपुर स्थित तूता में धरना देने वाले थे। हालांकि अब खबर आ रही है कि, उन्हें पुलिस ने रोक दिया है। इन्ही वजहों से रायपुर आने वाले ज्यादातर सड़कें जाम चल रही है। बताया जा रहा है कि, आंदोलनकारी मितानिनों की वजह से महासमुंद टोल, बेरला रोड, गरियाबंद रोड में जगह-जगह जाम की स्थिति निर्मित हो गई है। हालांकि इन क्षेत्रों में पुलिस बल तैनात किये गए जो यातयात को बहलकारने में जुटे है। आंदोलन में रायपुर शहर क्षेत्र के मितानिनों ने सक्रिय तौर पर हिस्सा नहीं लिया है, जबकि पूरे प्रदेश की मितानिनें इस आंदोलन शामिल है।

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बिलासपुर में सौंपा ज्ञापन

छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ की बिलासपुर जिला शाखा ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। मीडिया से हुई बातचीत पर संघ का कहना है कि 50 वर्षों से सेवाएं देने के बाद भी उन्हें न कर्मचारी का दर्जा मिला है और न ही श्रमिक का। न्यूनतम मजदूरी, पेंशन, ग्रेच्युटी, समूह बीमा और चिकित्सा जैसी बुनियादी सुविधाएं भी नहीं मिल रही हैं।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने बताया कि अक्टूबर 1975 से आईसीडीएस की स्थापना के बाद से वे केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को घर-घर तक पहुंचा रही हैं। देश भर में इनकी संख्या 27 लाख है।

Chhattisgrh Anganwadi Workers Regularization: संघ ने कार्यकर्ताओं के लिए 25 हजार और सहायिकाओं के लिए 22,100 रुपए मासिक वेतन की मांग की है। साथ ही उन्होंने शिक्षाकर्मी और पंचायत कर्मी की तरह कार्यकर्ताओं को तृतीय श्रेणी और सहायिकाओं को चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी का दर्जा देने की मांग की है।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका संघ ने छत्तीसगढ़ शासन के महिला एवं बाल विकास विभाग के सचिव, जिला कार्यक्रम अधिकारी और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए कई प्रमुख मांगें रखीं। ज्ञापन में कार्यकर्ताओं के लिए 10,000 रुपए और सहायिकाओं के लिए 8,000 रुपए मासिक पेंशन की मांग की गई है।

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इसके साथ ही, कार्यकर्ताओं को 5 लाख रुपए और सहायिकाओं को 4 लाख रुपए एकमुश्त ग्रेच्युटी प्रदान करने की मांग भी की गई। संघ ने सेवा के दौरान मृत्यु होने की स्थिति में परिवार के एक सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति देने की मांग भी उठाई है।


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

A journey of 10 years of extraordinary journalism.. a struggling experience, opportunity to work with big names like Dainik Bhaskar and Navbharat, priority given to public concerns, currently with IBC24 Raipur for three years, future journey unknown