Raipur HSRP Mandatory News: रायपुर के वाहन मालिक ध्यान दें.. नहीं किया ये काम तो कट जाएगा सीधे चालान.. पढ़ें पूरी खबर

सरकार जल्द ही HSRP नहीं होने पर सख्ती बरतने वाली है। ऐसे में, यदि आपकी गाड़ी 1 अप्रैल 2019 से पहले खरीदी गई है, तो जल्द ही हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट लगवा लें, अन्यथा आपको चालान भरना पड़ सकता है।

  • Reported By: Star Jain

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  • Publish Date - March 4, 2025 / 07:49 PM IST,
    Updated On - March 4, 2025 / 07:50 PM IST

HSRP made mandatory in Raipur district || Image- IBC24 News File

HIGHLIGHTS
  • 1 अप्रैल 2019 से पहले खरीदी गाड़ियों के लिए HSRP अनिवार्य, चालान से बचने जल्द लगवाएं
  • छत्तीसगढ़ में 50 लाख वाहनों में HSRP जरूरी, जागरूकता की कमी बनी बड़ी समस्या
  • HSRP नहीं लगवाने पर होगी सख्ती, नकली नंबर प्लेट बेचने का खेल भी जारी

HSRP made mandatory in Raipur district: रायपुर : क्या आपके पास कोई ऐसी गाड़ी है जो 1 अप्रैल 2019 से पहले खरीदी गई थी? अगर हां, तो एक बार उसकी नंबर प्लेट अवश्य चेक कर लें। यदि उसमें हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट (HSRP) नहीं लगी है, तो जल्द से जल्द यह काम करवा लें, क्योंकि आने वाले दिनों में HSRP नहीं होने पर चालान कट सकता है।

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HSRP अनिवार्य, जागरूकता की कमी

छत्तीसगढ़ सरकार ने 1 अप्रैल 2019 से पहले रजिस्टर्ड सभी वाहनों में HSRP लगाना अनिवार्य कर दिया है। इसके तहत, फोर-व्हीलर वाहनों में हाई सिक्योरिटी प्लेट के साथ कलर-कोडेड स्टीकर भी जरूरी होगा। प्रदेश में ऐसे लगभग 50 लाख वाहन हैं, जिनमें HSRP लगाई जानी है। लेकिन, अब तक सिर्फ 70 हजार वाहन मालिकों ने ही HSRP के लिए परिवहन विभाग से संपर्क किया है।

HSRP made mandatory in Raipur district: यदि रायपुर जिले की बात करें, तो यहाँ 1 अप्रैल 2019 से पहले के लगभग 10 लाख वाहन रजिस्टर्ड हैं। इनमें से अब तक सिर्फ 15 हजार लोगों ने HSRP के लिए आवेदन किया है। लेकिन चिंता की बात यह है कि इनमें से भी केवल 5 हजार लोगों ने ही HSRP लगवाई है, जबकि 10 हजार लोगों ने शुल्क जमा करने के बावजूद प्लेट नहीं लगवाई।

HSRP पर IBC24 की पड़ताल

जब IBC 24 की टीम ने लोगों से इस मुद्दे पर बात की, तो अधिकतर वाहन मालिकों ने बताया कि उन्हें HSRP के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। लोगों के अनुसार, परिवहन विभाग को HSRP के लिए विशेष शिविर आयोजित करने चाहिए, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसे लगवाने के लिए आगे आएं।

नकली नंबर प्लेट बेचने का खेल

HSRP made mandatory in Raipur district: HSRP लगाने के लिए छत्तीसगढ़ परिवहन विभाग ने दो एजेंसियों से अनुबंध किया है। लेकिन बाज़ार में कुछ दुकानदार नकली प्लेट को भी HSRP बताकर बेच रहे हैं। लोगों का कहना है कि पुलिस अधिकतर मामलों में सिर्फ गाड़ी के कागज़ात और हेलमेट चेक करती है, लेकिन HSRP की जांच पर ज्यादा ध्यान नहीं देती। यही वजह है कि जिन लोगों को HSRP की जानकारी है, वे भी इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं।

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सरकार जल्द ही HSRP नहीं होने पर सख्ती बरतने वाली है। ऐसे में, यदि आपकी गाड़ी 1 अप्रैल 2019 से पहले खरीदी गई है, तो जल्द ही हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट लगवा लें, अन्यथा आपको चालान भरना पड़ सकता है।

1. HSRP क्या है और यह क्यों जरूरी है?

HSRP (High Security Registration Plate) एक विशेष सुरक्षा वाली नंबर प्लेट है, जो वाहन की सुरक्षा बढ़ाती है और इसे जालसाजी से बचाती है। सरकार ने इसे अनिवार्य कर दिया है ताकि चोरी रोकने और ट्रैफिक नियमों को प्रभावी ढंग से लागू किया जा सके।

2. HSRP कहां से और कैसे लगवाई जा सकती है?

HSRP लगाने के लिए छत्तीसगढ़ परिवहन विभाग ने अधिकृत एजेंसियों से अनुबंध किया है। वाहन मालिक ऑनलाइन परिवहन विभाग की वेबसाइट या अधिकृत विक्रेताओं से HSRP के लिए आवेदन कर सकते हैं।

3. HSRP लगवाने का शुल्क कितना है?

HSRP की कीमत वाहन के प्रकार पर निर्भर करती है। दोपहिया वाहनों के लिए यह ₹300-₹400 के बीच हो सकती है, जबकि चारपहिया वाहनों के लिए यह ₹600-₹1,500 तक हो सकती है।

4. क्या HSRP नहीं लगवाने पर चालान कट सकता है?

हाँ, सरकार जल्द ही HSRP को अनिवार्य रूप से लागू करने वाली है। यदि आपकी गाड़ी 1 अप्रैल 2019 से पहले की है और उसमें HSRP नहीं लगी है, तो आपको चालान भरना पड़ सकता है।

5. HSRP और साधारण नंबर प्लेट में क्या अंतर है?

HSRP एल्यूमिनियम से बनी होती है और इसमें एक विशिष्ट कोड, होलोग्राम और क्लैंप लॉकिंग सिस्टम होता है, जिसे खोलकर दोबारा इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। वहीं, सामान्य नंबर प्लेट आसानी से बदली जा सकती है और नकली भी बनाई जा सकती है।