Reported By: Tehseen Zaidi
,Raipur News/Image Source: IBC24
रायपुर: Raipur News: शहर के कुख्यात हिस्ट्रीशीटर वीरेन्द्र तोमर और उसके छोटे भाई रोहित तोमर को फरार हुए दो माह का समय बीत चुका है लेकिन अब तक पुलिस दोनों आरोपियों को न तो पकड़ सकी है और न ही उनकी ठोस तलाश में कोई सफलता हाथ लगी है। पुलिस की तमाम कोशिशों के बावजूद दोनों भाई कानून की गिरफ्त से दूर हैं।
Raipur News: पुलिस ने दोनों आरोपियों पर 5,000-5,000 रुपए का नकद इनाम घोषित कर रखा है। साथ ही गिरफ्तारी वारंट भी जारी कर दिया गया है। आरोपियों की तलाश में पुलिस ने छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यों के कई शहरों में दबिश दी लेकिन दोनों आरोपी अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। एसएसपी रायपुर के अनुसार यदि दोनों आरोपी 15 दिनों की निर्धारित अवधि में संबंधित थानों या जिम्मेदार एजेंसियों के समक्ष प्रस्तुत नहीं होते हैं, तो उनके खिलाफ संपत्ति कुर्की की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। आज वह 14 दिन की मियाद पूरी हो रही है। यदि देर शाम तक भी वे हाजिर नहीं होते हैं तो पुलिस सीआरपीसी की धाराओं के तहत कुर्की की प्रक्रिया आगे बढ़ा सकती है।
Raipur News: वीरेन्द्र और रोहित तोमर के खिलाफ तेलीबांधा और पुरानी बस्ती थाना क्षेत्रों में अवैध वसूली, कर्ज एक्ट के उल्लंघन, मारपीट, जान से मारने की धमकी समेत लगभग 30 गंभीर आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं। जानकारी के अनुसार, वीरेन्द्र तोमर स्वयं को करणी सेना का प्रदेश अध्यक्ष बताता रहा है और अक्सर राजनीतिक रसूख का इस्तेमाल कर कार्रवाई से बचता आया है। पुलिस द्वारा अब तक की गई कार्रवाई पर सवाल उठने लगे हैं। आलोचकों का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ पर्याप्त सबूत और पुराने रिकॉर्ड होने के बावजूद अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। सिर्फ खानापूर्ति कर दबिश देने और घर पर अनुपस्थित पाए जाने पर फरारी पंचनामा बनाकर लौट आना पुलिस की कार्यशैली पर प्रश्नचिह्न लगा रहा है।