Chhattisgarh Vidhan Sabha Live || Image- IBC24 News Archive
Chhattisgarh Vidhan Sabha Live: रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन आज सदन का माहौल गर्म रहा। प्रश्नकाल के दौरान शिक्षा, सड़कों की स्थिति, राशन कार्ड और जल जीवन मिशन से जुड़े मुद्दों पर विपक्ष और सत्ता पक्ष के विधायकों ने सरकार से सवाल किए।
इसी कड़ी में विधायक धरमलाल कौशिक ने जल जीवन मिशन के कार्यों में ठेकेदार को पूरा भुगतान किए जाने के मुद्दे पर सरकार को घेरा। उन्होंने आरोप लगाया कि अधूरे काम के बावजूद ठेकेदार को पूरी राशि का भुगतान कर दिया गया है। इस पर मंत्री अरुण साव ने बताया कि किसी भी कार्य का मूल्यांकन सब-इंजीनियर, एसडीओ और कार्यपालन अभियंता स्तर पर किया जाता है और उसी के आधार पर भुगतान किया जाता है। उन्होंने कहा कि जितना काम हुआ है, उतने का ही भुगतान किया गया है। हालांकि, मंत्री के जवाब से धरमलाल कौशिक असंतुष्ट नजर आए।
Chhattisgarh Vidhan Sabha Live: विधानसभा सदन में मंत्री अरुण साव ने जानकारी देते हुए बताया कि जल जीवन मिशन के ठेकेदारों के खिलाफ सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। फर्जी दस्तावेजों के आधार पर टेंडर हासिल करने वाले ठेकेदारों पर शिकायत मिलने के बाद कार्रवाई की गई है। इसी क्रम में मेसर्स विजय वी. सालुंखे के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। उन्होंने महाराष्ट्र के फर्जी दस्तावेजों के आधार पर छत्तीसगढ़ में टेंडर हासिल किया था।
मंत्री ने आगे बताया कि उसी फर्जी दस्तावेज का इस्तेमाल कर 6 ठेकेदारों ने भी टेंडर हासिल किया था, जिसके बाद इन 6 फर्मों को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है। इनमें ए.के. कंस्ट्रक्शन, विक्रम टेली इंफ्रा, गणपति कंस्ट्रक्शन, आनंद कंस्ट्रक्शन और धर्मेश कुमार-सोमवंशी एनवायरमेंट शामिल हैं। यह कार्रवाई मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली एपेक्स कमेटी द्वारा की गई है।