Reported By: Dheeraj Sharma
,डोंगरगढ़: Dongargarh Ropeway News: विश्व प्रसिद्ध मां बम्लेश्वरी धाम में रोपवे संचालन एक बार फिर से शुरू कर दिया गया है। बीते 24 अप्रैल को हुए एक बड़े हादसे के बाद रोपवे सेवा को एहतियातन बंद कर दिया गया था। इस हादसे में भाजपा के प्रदेश महामंत्री भरत वर्मा गंभीर रूप से घायल हो गए थे। फिलहाल उनका इलाज रायपुर के एक निजी अस्पताल में जारी है।
Dongargarh Ropeway News: हादसे के बाद जिला प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से रोपवे सेवा को बंद कर दिया था और जांच के आदेश दिए थे। अब मंदिर ट्रस्ट समिति और दामोदर रोपवे कंपनी द्वारा की गई संयुक्त तकनीकी जांच और सुधार के बाद यह सेवा पुनः शुरू की गई है। दर्शनार्थियों के लिए यह राहत की खबर है लेकिन हादसे से जुड़े कई सवाल अब भी अनुत्तरित हैं।24 अप्रैल को रोपवे की एक ट्रॉली अचानक डोंगरगढ़ स्टेशन में आकर पलट गई। इस ट्रॉली में भाजपा नेता सहित अन्य यात्री सवार थे। हादसे की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन और ट्रस्ट समिति हरकत में आए और तत्काल जांच के आदेश दिए गए।
Dongargarh Ropeway News: ट्रस्ट समिति के अध्यक्ष मनोज अग्रवाल ने बताया कि रोपवे ट्रॉली के हादसे को देखते हुए मंदिर ट्रस्ट ने इसे बड़ी गंभीरता से लिया जिसके लिए एन आई टी रायपुर की टीम और दामोदर रोपवे जो कि रोपवे के संचालन के लिए जिम्मेदार कंपनी है । पुनः ट्रस्ट ने संयुक्त रूप प्रत्येक बिंदुओं पर बारीकी से जॉच करवाया पूरी सन्तुष्ट होने के बाद रोप वे का संचालन शुरू किया है। मां बम्लेश्वरी रोपवे संचालन समिति समय समय में रोप में जो भी कमी पाई जाती है तो दामोदर इंफ्रा कम्पनी द्वारा उसे मंदिर ट्रस्ट को बताया जाता है । जिसे रोप वे संचालन समिति एडवांस पेमेंट मेंटेनेंस सामग्रियों के लिए दामोदर इंफ्रा कम्पनी को करती हैं। सुरक्षा की दृष्टि से रोपवे की ट्रॉली न गिरे इसको ध्यान में रखते हुए डबल सपोर्ट सिस्टम का भी इंस्टॉलेशन भविष्य में किया जाएगा ।
Dongargarh Ropeway News: वही पूरे मामले में डोंगरगढ़ पुलिस थाने में भी एक एफ आई आर दर्ज हुई थी जिसे लेकर थाना प्रभारी डोंगरगढ़ जितेंद्र वर्मा ने बताया कि अभी भी पुलिस के द्वारा मामले में जांच जारी है किसी भी तरह की कोई चार्जशीट नहीं बनाई गई है इतने दिन बीतने पर भी पुलिस महज सीसीटीवी फुटेज खंगालने और वहां उपस्थित कर्मचारियों के बयान कराने की बात में ही अटकी है।
Dongargarh Ropeway News: स्थानीय प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी एस डी एम मनोज मरकाम ने बताया कि रोपवे संचालन कंपनी दामोदर रोपवे के द्वारा उसमें आवश्यक सुधार एक टेक्निकल रिपोर्ट भेजा गया है साथ ही एन आई टी रायपुर की टीम ने भी जांच में आवश्यक सुधार के लिए कहा है। जिसे सुधार कर मैनुअल शुरू किया गया है वही रोपवे में अब भी कुछ सुधार मैनुअल से ओटोमेटिक करने के लिए करने है जिसमें दो महीने का समय लगेगा। बीते 24 अप्रैल को हुई डोंगरगढ़ स्थित मां बम्लेश्वरी मंदिर रोपवे में यह कोई पहली घटना नहीं है वही इस घटना के बाद अब जांच रिपोर्ट के आधार पर आवश्यक सुधार कर रोपवे संचालन को शुरू करने की बात करते हुए मंदिर ट्रस्ट समिति और प्रशासन एक साथ एक सुर में जुगलबंदी करते नजर आ रहे हैं जबकि हादसे में दोषी कौन पूछे जाने पर अब भी पुलिस और प्रशाशन चुप्पी ही साधे हुए है। ऐसे में देखने वाली बात यह होगी कि क्या इस मामले में कोई दोषी पाया जाता है या फिर अमूमन जांच के नाम पर जो खाना पूर्ति की जाती है वैसा आलम यहां भी देखने को मिलेगा ?