Narayanpur Naxal Encounter: नारायणपुर में 27 नक्सली ढेर, विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह बोले- यह बड़ी और शानदार सफलता

नारायणपुर में 27 नक्सली ढेर...Narayanpur Naxal Encounter: 27 Naxalites killed in Narayanpur, Assembly Speaker Raman Singh said

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  • Publish Date - May 21, 2025 / 06:40 PM IST,
    Updated On - May 21, 2025 / 06:49 PM IST

Narayanpur Naxal Encounter | Image Source | IBC24

राजनांदगांव: Narayanpur Naxal Encounter: छत्तीसगढ़ पुलिस और बस्तर में तैनात अर्धसैनिक बलों को नक्सल विरोधी अभियान में अब तक की सबसे बड़ी सफलता सामने आ रही है। नारायणपुर जिले में चल रहे संयुक्त ऑपरेशन में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ के दौरान नक्सलियों के शीर्ष नेता और महासचिव नंबाला केशव राव उर्फ बसवराजू को ढेर कर दिया है। बताया जा रहा है की बसवराजू माओवादी संगठन की सेन्ट्रल कमेटी का सदस्य था और उस पर करोड़ों रुपये का इनाम घोषित किया गया था।

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Narayanpur Naxal Encounter: इस मुठभेड़ में 27 नक्सली मारे गए जिनमें कई बड़े नक्सली नेता शामिल हैं। नक्सल ऑपेरशन में में मिले इस बड़ी सफलता पर छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा की यह एक शानदार सफलता है। यह एक बड़ा और साहसी ऑपरेशन था। मैं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राज्य के गृह मंत्री विजय शर्मा और छत्तीसगढ़ पुलिस व अर्धसैनिक बलों को इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए बधाई देता हूं।

नक्सली मुठभेड़ में मारे गए "बसवराजू" कौन था?

बसवराजू, जिनका असली नाम नंबाला केशव राव था, माओवादी संगठन की सेन्ट्रल कमेटी का सदस्य और महासचिव था। वह भारत सरकार द्वारा वांछित अपराधी था और उस पर करोड़ों रुपये का इनाम घोषित था।

"नक्सली मुठभेड़" में कितने माओवादी मारे गए हैं?

इस संयुक्त ऑपरेशन में कुल 27 नक्सली मारे गए हैं, जिनमें कई शीर्ष नेता शामिल थे।

यह "नक्सली ऑपरेशन" किस क्षेत्र में हुआ था?

यह ऑपरेशन नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ क्षेत्र में सुरक्षा बलों द्वारा चलाया गया था, जो छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में से एक है।

इस "नक्सली मुठभेड़" में कौन-कौन सी सुरक्षा एजेंसियां शामिल थीं?

इस ऑपरेशन में छत्तीसगढ़ पुलिस, DRG (जिला रिजर्व गार्ड), और बस्तर में तैनात अर्धसैनिक बलों की संयुक्त टीम ने भाग लिया।

क्या यह "नक्सली अभियान" भविष्य में भी जारी रहेगा?

जी हां, राज्य सरकार और केंद्रीय गृह मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि नक्सलियों के खिलाफ यह अभियान आगे भी और अधिक सख्ती से जारी रहेगा।