रूस-यूक्रेन तनाव…भारतीय छात्रों पर संकट! युद्ध के खतरे के बीच परिजनों का क्या है हाल?

रूस-यूक्रेन तनाव...भारतीय छात्रों पर संकट! युद्ध के खतरे के बीच परिजनों का क्या है हाल?! russia ukraine war: Indian students in crisis

रूस-यूक्रेन तनाव…भारतीय छात्रों पर संकट! युद्ध के खतरे के बीच परिजनों का क्या है हाल?
Modified Date: November 29, 2022 / 08:36 pm IST
Published Date: February 17, 2022 10:27 pm IST

ब्यूरो रिपोर्ट, रायपुर: Indian students in crisis रूस और यूक्रेन के बीच बने युद्ध के हालात ने भारत की चिंता बढ़ा दी है। यूक्रेन में भारत के 18 हजार से ज्यादा बच्चे फंसे हुए हैं, डरे हुए छात्र देश वापस लौटने के लिए परेशान हैं। दूसरी ओर छात्रों के परिजन भी दूतावासों में फोन घनघना रहे हैं। लेकिन कहीं से उन्हें ठीक-ठीक जानकारी नहीं मिल पा रही। चिंता की बात ये भी फ्लाइट का किराया भी तीन गुना से ज्यादा हो गया है। संकट की इस घड़ी में अब परिजन केंद्र और राज्य सरकार से गुहार लगा रहे हैं। मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ से भी सैकड़ों बच्चे हैं जो यूक्रेन में फंसे हुए हैं। युद्ध के खतरे के बीच परिजनों का क्या हाल है?

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Indian students in crisis रूस और यूक्रेन में तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। तनाव के बीच युद्ध की आशंका और भी गहरा रही है। संकट को देखते हुए भारत समेत लगभग सभी देशों ने अपने नागरिकों और छात्रों को यूक्रेन से वापस लौटने की एडवाइजरी जारी कर दी है। खबर के मुताबिक वहां पर 18 हजार से ज्यादा भारतीय बच्चे पढ़ रहे हैं, लिहाजा केंद्र सरकार के सामने इन भारतीय छात्रों को यूक्रेन से सुरक्षित निकालना सबसे बड़ी टेंशन है। युद्ध की आशंका को देखते हुए यूक्रेन में रहकर पढ़ाई करने वाले छात्रों के परिजनों की चिंता भी बढ़ गई है। मध्यप्रदेश के सैकड़ों छात्र यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं। इनमें से 60 तो केवल इंदौर से ही हैं। DAVV के प्रोफेसर डॉ.अखिलेश राव के बेटे प्रणय राव पिछले साढ़े 4 साल से यूक्रेन की टर्नोपिल यूनिवर्सिटी में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे है। प्रणय राव ने यूक्रेन से वीडियो जारी कर ये भी बताया कि USA,कनाडा, इजराइल और UK के छात्र यहां से पहले ही जा चुके हैं। इसी तरह से रीवा के प्रज्वल तिवारी भी यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं। इन छात्र-छात्राओं की सुरक्षा को लेकर चिंतित परिजनों ने सरकारों से मदद की गुहार लगाई है। मामले में केबिनेट मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि सभी छात्रों को सुरक्षित वापस लाया जाएगा।

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दूसरी ओर छत्तीसगढ़ से करीब 50 छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं, इन छात्रों के परिजन काफी परेशान हैं। बलरामपुर जिले के कुसमी इलाके के 2 छात्र सुभाशीष मिश्रा और रविकांत मैत्री यूक्रेन में MBBS की पढ़ाई कर रहे हैं। ऐसे में दोनों के परिजनों का बुरा हाल है। इस बीच अच्छी खबर ये है कि कि यूक्रेन में फंसे मरवाही के दो छात्र सलिल राय और सुभान्श राय सकुशल दिल्ली लौट आए हैं। इधर राज्य सरकार भी यूक्रेन की स्थिति पर केंद्र सरकार से चर्चा कर रही है। पालकों की अपील पर उन्हें मदद का आश्वासन भी दिया है।

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कुल मिलाकर जिस तरह से रूस और यूक्रेन के बीच जंग छिड़ने के बादल मंडरा रहे हैं, जिसका असर अब दुनिया के बाकी देशों के अलावा भारत पर भी पड़ना तय है। बहरहाल रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध होगा या टलेगा। इसका जवाब तो फिलहाल किसी के पास नहीं है, लेकिन हालात जो बन रहे है वो कतई सामान्य नहीं है। ऐसे में यहां पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्र अपने भविष्य को लेकर जरूर चिंतित हैं। इन छात्रों को अपनी शिक्षा और सुरक्षा दोनों का डर सता रहा है।

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