Publish Date - January 17, 2025 / 07:27 AM IST,
Updated On - January 17, 2025 / 07:41 AM IST
Chhattisgarh Achar Sanhita 2025 | Image- State Election commission
रायपुर: Chhattisgarh Achar Sanhita 2025 छत्तीसगढ़ में पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं। चुनाव की तारीखों और आचार संहिता लागू होने को लेकर हर किसी की नजरें टिकी हुई हैं। इसी को लेकर आज राज्य निर्वाचन आयोग की बड़ी बैठक होने जा रही है। इस बैठक में मुख्य सचिव और DGP मौजूद रहेंगे। वहीं सभी कलेक्टर और आईजी VC से जुड़ेंगे।
Chhattisgarh Achar Sanhita 2025 आज होने वाली बैठक के बाद कयास लगाया जा रहा है कि कल के बाद कभी भी अचार संहिता का ऐलान हो सकता है। ऐसा माना जा रहा है कि फरवरी माह में पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव आयोजित किए जा सकते हैं। हालांकि इसको लेकर अभी आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है।
राज्य के सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं। प्रभारी और संयोजकों की नियुक्ति हो चुकी है। वहीं, उम्मीदवारों की तलाश भी जोरों पर है। सभी दलों ने संभावित दावेदारों से आवेदन मंगाने शुरू कर दिए हैं। इस बार के चुनावों को लेकर जनता और राजनीतिक दलों में उत्साह और सरगर्मी का माहौल है। अब सभी की निगाहें निर्वाचन आयोग की बैठक और उससे जुड़े फैसलों पर टिकी हुई हैं।
अभी तक आधिकारिक तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन यह संभावना जताई जा रही है कि फरवरी माह में चुनाव हो सकते हैं।
आचार संहिता कब लागू हो सकती है?
राज्य निर्वाचन आयोग की बैठक के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि आचार संहिता का ऐलान कल के बाद कभी भी हो सकता है।
पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव की तैयारियों में क्या चल रहा है?
राजनीतिक दलों ने उम्मीदवारों की तलाश शुरू कर दी है और प्रभारी व संयोजकों की नियुक्तियां हो चुकी हैं। चुनावों के लिए सभी दल तैयारियों में जुटे हुए हैं।
आचार संहिता के दौरान क्या-क्या पाबंदियां लागू होती हैं?
आचार संहिता लागू होने पर चुनावी प्रचार, मतदाताओं को प्रभावित करने के प्रयास और चुनावी खर्चों पर पाबंदियां लागू होती हैं। साथ ही चुनावी प्रक्रिया के दौरान कुछ अन्य नियम भी लागू किए जाते हैं।
छत्तीसगढ़ में आचार संहिता लागू होने से पहले क्या करना होगा?
राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों को आचार संहिता का पालन करते हुए सभी चुनावी गतिविधियों को सही तरीके से अंजाम देना होगा, जिससे कि चुनाव निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से हो सके।