इन किसानों से होगी सम्मान निधि के पैसे की वसूली, तैयार हुई लिस्ट, कहीं आपका नाम भी तो नहीं

इन किसानों से होगी सम्मान निधि के पैसे की वसूली, तैयार हुई लिस्ट, कहीं आपका नाम भी तो नहीं! These farmers will be recovered from the money

इन किसानों से होगी सम्मान निधि के पैसे की वसूली, तैयार हुई लिस्ट, कहीं आपका नाम भी तो नहीं

farmers

Modified Date: November 29, 2022 / 08:10 pm IST
Published Date: August 4, 2022 12:09 am IST

रायगढ़ः केंद्र सरकार की ओर से किसानों को दी जाने वाली किसान सम्मान निधि में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए शासन ने किसानों की ई केवायसी अपडेट करने के निर्देश दिए हैं। लेकिन जानकर हैरत होगी कि अंतिम तिथि बीत जाने के बाद भी अब तक 60 हजार से अधिक किसानों ने ईकेवायसी ही अपडेट नहीं कराया है। कृषि विभाग अब इन किसानों के भौतिक सत्यापन की तैयारी कर रहा है।

Read More:  दूल्हे को देख खुद को कंट्रोल नहीं कर पाई दुल्हन, बारातियों के सामने ही करने लगी ये काम 

केंद्र सरकार 2 हेक्टेयर से कम जमीन वाले किसानों को सालाना 6 हजार रुपए किसान सम्मान निधि के रुप में देती है। जिले में बीते साल ग्राहक सेवा केंद्रों के माध्यम से डेढ़ लाख किसानों ने इस योजना के तहत पंजीयन कराया। हालांकि केंद्र सरकार ने जब मामले की जांच शुरु की तो तकरीबन 26 हजार किसान इस योजना के लिए अपात्र पाए गए। उनसे 11 करोड़ रुपए की रिकवरी के निर्देश भी दिए गए। केंद्र ने गड़बड़ी रोकने के लिए नियमों में फेरबदल कर सभी किसानों की ई-केवायसी अपडेट करने के बाद ही योजना का लाभ देने के निर्देश दिए।

 ⁠

Read More: कोरोना ने बढ़ाई चिंता, एक ही दिन में मिले 2 हजार से ज्यादा मरीज, 5 लोगों ने तोड़ा दम

जिले में अभी तक सिर्फ 60 हजार 396 किसानों का ई-केवायसी अपडेट हुआ है। जांच में 30 हजार 306 किसान अपात्र पाए गए हैं। अभी भी 60 हजार किसानों की केवायसी अपडेट नहीं हुई है। केवायसी अपडेट की अंतिम तिथि 31 जुलाई निर्धारित की गई थी किसान ई-केवायसी में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। ई केवायसी नहीं कराने वाले किसानों की संख्या पर नजर डालें तो सारंगढ ब्लॉक में 20018 किसानों ने, धरमजयगढ़ में 9350 किसानों ने, पुसौर के 6646, रायगढ़ के 5894, लैलूंगा के 4892, घरघोड़ा के 3032, खरसिया के 4036, और तमनार के 2078 किसानों ने ई केवायसी जमा ही नहीं की है।

Read More: बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, बदले गए 18 IAS अधिकारी, आदेश जारी

जानकारों का कहना है कि वास्तव में ये किसान पात्र हैं ही नहीं। इसीलिए इन किसानों ने ईकेवायसी अपडेट नहीं कराया। जांच की जाए तो इसमें से अधिकांश किसान फर्जी निकल सकते हैं। इधर मामले में अधिकारी भी इस बात को स्वीकार करते हैं कि बडी संख्या में किसानों की ई-केवायसी नहीं हुई है। अधिकारियों का कहना है कि कई किसानों की जांच के लिए मैदानी स्तर पर टीम भेजी गई तो पता चला कि उनका घर या जमीन ही नहीं है। ऐसे में अब सभी किसानों की जांच की जाएगी। अधिकारियों का ये भी कहना है कि बीते साल भी कई किसान फर्जी पाए गए थे।


लेखक के बारे में

IBC24 डिजिटल में कंटेंट राइटर के रूप में कार्यरत हूं, जहां मेरी जिम्मेदारी मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की राजनीति सहित प्रमुख विषयों की खबरों की कवरेज और प्रस्तुति है। वर्ष 2016 से डिजिटल पत्रकारिता में सक्रिय हूं और अब तक 8 वर्षों का अनुभव प्राप्त किया है। विभिन्न प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में कार्य करते हुए न्यूज़ राइटिंग और डिजिटल टूल्स में दक्षता हासिल की है। मेरे लिए पत्रकारिता सिर्फ पेशा नहीं, बल्कि जिम्मेदारी है—सटीक, तेज और असरदार जानकारी पाठकों तक पहुंचाना मेरा लक्ष्य है। बदलते डिजिटल दौर में खुद को लगातार अपडेट कर, कंटेंट की गुणवत्ता बेहतर करने के लिए प्रतिबद्ध हूं।