Tamnar Coal Block: छत्तीसगढ़ के इस जिले में आवंटित कोल ब्लॉक के विरोध में उग्र प्रदर्शन, ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर किया हमला, टीआई बुरी तरह से घायल

छत्तीसगढ़ के इस कोल ब्लॉक के विरोध में उग्र प्रदर्शन, Villagers stage violent protests in Raigarh district over Tamnar coal block issue

Tamnar Coal Block: छत्तीसगढ़ के इस जिले में आवंटित कोल ब्लॉक के विरोध में उग्र प्रदर्शन, ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर किया हमला, टीआई बुरी तरह से घायल

Reported By: Avinash Pathak,
Modified Date: December 27, 2025 / 06:10 pm IST
Published Date: December 27, 2025 4:31 pm IST

रायगढ़। Tamnar Coal Blockछत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के तमनार कोल ब्लॉक से जुड़े मामले को लेकर शनिवार को ग्रामीणों का गुस्सा उग्र हो गया। सीएचपी चौक पर धरने पर बैठे ग्रामीणों को हटाने पहुंची पुलिस टीम पर प्रदर्शनकारियों ने हमला कर दिया, जिसमें थाना प्रभारी (टीआई) कमला पुसाम बुरी तरह घायल हो गए। घटना के बाद इलाके में भारी तनाव का माहौल बन गया है।

Tamnar Coal Block: प्राप्त जानकारी के अनुसार, धरना हटाने की कार्रवाई के दौरान एक प्रदर्शनकारी के सड़क हादसे में घायल होने से ग्रामीण भड़क गए। इसी बात को लेकर आक्रोश बढ़ा और हालात बेकाबू हो गए। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस टीम पर पथराव किया और मौके पर मौजूद “जिंदगी की बस” में तोड़फोड़ की गई। घटना की सूचना मिलते ही अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर पहुंचा और हालात को नियंत्रित करने का प्रयास किया गया। घायल टीआई को उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया है। पुलिस प्रशासन ने इलाके में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है और शांति बनाए रखने की अपील की है।

कांग्रेस ने सरकार पर साधा निशाना

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तमनार में हुई घटना को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुशील आनंद शुक्ला ने राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि तमनार में जनसुनवाई रद्द करने की मांग को लेकर ग्रामीण शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहे थे, लेकिन प्रशासन की नाकामी के चलते हालात बिगड़ गए और पुलिस तथा ग्रामीणों के बीच टकराव की स्थिति बन गई। सुशील आनंद शुक्ला ने आरोप लगाया कि यह पूरी घटना सरकार की अकर्मण्यता का नतीजा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार लगातार उद्योगपतियों के पक्ष में काम कर रही है और आम ग्रामीणों की समस्याओं को नजरअंदाज किया जा रहा है। इसी वजह से तमनार जैसे हालात बार-बार पैदा हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि तमनार जैसी स्थिति पहले भी सरगुजा और छुईखदान में देखने को मिल चुकी है, जहां प्रशासन की लापरवाही के चलते तनाव उत्पन्न हुआ। शुक्ला ने सवाल उठाया कि गलती सरकार की होती है, लेकिन कार्रवाई हमेशा गांव वालों पर क्यों की जाती है।

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सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।