जबलपुर । लोकसभा चुनाव के लिए संभाग मुख्यालय लाई गई ईवीएम और वीवीपैट मशीनों में आई खराबी पाई गई है। शहडोल और जबलपुर संभाग के जिलों में फस्ट लेवलकिंग में तकनीकी खराबी मिली है। प्राथमिक जांच में 1751 ईवीएम और वीवीपैट मशीनों में गड़बड़ी पाई गई है। ईवीएम की गड़बड़ी जांच करने इनकी निर्माता कंपनी भारत इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड को वापस बेंगलुरू भेजा जा रहा है। चुनाव अधिकारियों की टीम मशीनों को लेकर बेंगलुरू लेकर रवाना होगी ।
ये भी पढ़ें- लव मैरिज की जिद से नाराज मां ने बेटी संग खुद को किया आग के हवाले
आम चुनाव से पहले ईवीएम मशीन में बड़ी तकनीकी खामी उजागर हुई है। इन मशीनों की जब प्राथमिक जांच की गई तो इसमें गड़बड़ी मिली है। खामी युक्त मशीनों की संख्या तकरीबन 1700 से ज्यादा है। इन मशीनों को जिला निर्वाचन कार्यालय ने बेंगलुरू स्थित निर्माता कंपनी भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड को वापस लौटाया है। बता दें कि जबलपुर संसदीय क्षेत्र में 29 अप्रैल को मतदान होना है। ईवीएम की ये मशीनें चुनाव में इस्तेमाल की जानी थी।
ये भी पढ़ें-कांग्रेस का मास्टर स्ट्रोक…लेकिन बीजेपी ने खड़े किए कई सवाल
जबलपुर और शहडोल संभाग के जिलों की ईवीएम की बेलट यूनिट, कंट्रोल यूनिट और वीवीपैट में टेक्नीकल खामियां मिलने के बाद इन्हें जबरलपुर के मएलबी स्कूल से बेंगलुरू वापस भेज दिया गया है। बता दें कि ये मशीनें जबलपुर संभाग के जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, डिंडौरी और बालाघाट जिले में मतदान के लिए संभाग मुख्यालय लायी गई थी।
ये भी पढ़ें-नेता का विवादित बयान, प्रधानमंत्री को इंसानियत के कातिल और मीडिया को नफरत फैलाने की संस्था, देखिए वीडियो
शहडोल संभाग के शहडोल, उमरिया और अनूपपुर जिले की ईवीएम मशीनों में खामियां मिली हैं। इनमें 113 बेलट यूनिट, 270 कंट्रोल यूनिट और 1332 वीवीपेट मशीनें भी शामिल हैं। इन्हें भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड बेंगलुरू को वापस करने की जिम्मेदारी अतिरिक्त तहसीलदार गोरखपुर दिलीप चौरसिया को दी गई है।