अदृश्य सामुदायिक स्वास्‍थ्‍य केंद्र के लिए जमकर खरीदी, सामने आया बड़ा फर्जीवाड़ा

अदृश्य सामुदायिक स्वास्‍थ्‍य केंद्र के लिए जमकर खरीदी, सामने आया बड़ा फर्जीवाड़ा

  •  
  • Publish Date - February 19, 2019 / 10:17 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:36 PM IST

बस्तर । दंतेवाडा के स्वास्‍थ्‍य विभाग में डीएमएफ की राशि में एक और फर्जीवाडा सामने आया है । बीते साल जिले के सामुदायिक स्वास्‍थ्‍य केंद्रो के लिये रेडिएंट वार्मर और फोटोथेरेपी मशीन की खरीदी की गयी थी, लेकिन नियमों को ताक में रखकर विभाग ने चहेते फर्म अशोका मेडिकेयर को फायदा पहुंचाया है।

ये भी पढ़े-कार से ग्यारह करोड़ कैश जब्त, चेकिंग के दौरान मिली सफलता

दंतेवाडा में साल 2018 में राष्ट्रीय स्वास्‍थ्‍य मिशन ने जिले के चार सामुदायिक स्वास्‍थ्‍य केंद्रो के लिये रेडिएंट वार्मर और फोटोथैरेपी मशीन की खरीदी की थी । ये वार्मर जन्म से बीमार बच्चों की विशेष देखरेख के लिये इस्तेमाल होता है। 6 लाख 70 हजार रूपये इन मशीनों के एवज में अशोका मेडिकेयर धमतरी को भुगतान किया गया। खरीदी में सारे नियमों को दरकिनार किया गया। प्रशासकीय स्वीकृति मिलने से पहले ही खरीदी की प्रक्रिया शुरू कर दी। कोटेशन आधार पर हुई इस खरीदी में तीन कोटेशन आये, लेकिन इनमें से सिद्दार्थ इंटरप्राईजेस दंतेवाडा का कोटेशन फर्जी है। दरअसल इस नाम की कोई भी दुकान जिले में नहीं है। इतना ही नहीं जिन चार सामुदायिक स्वास्‍थ्‍य केंद्रों के लिये ये खरीदी की गयी उनमें चौथा सामुदायिक स्वास्‍थ्‍य केंद्र कहां है अफसरों को भी नहीं पता।

ये भी पढ़े- गैस सिलेंडर के पाइप में आग लगने से दर्दनाक हादसा, एक ही परिवार के त…

कुआकोण्डा, कटेकल्याण और गीदम में ही सामुदायिक स्वास्‍थ्‍य केंद्र है, जबकि विभाग ने दंतेवाडा में भी एक सामुदायिक स्वास्‍थ्‍य केंद्र दर्शाते खरीदी कर ली। इससे पहले भी भी साढ़े सात करोड रूपये के उपकरण और फर्नीचर खरीदी मामले में फर्जीवाडे उजागर हो चुका है। इस मामले की जांच भी हुई लेकिन कार्रवाई किसी पर भी नहीं हो सकी है। अब डीएमएफ में ही एक और फर्जीवाडा सामने आ चुका है। अब इस नए मामले को लेकर प्रशासन का क्या रूख अपनाता है, इसके लिए इंतजार करना होगा।