ग्वालियर। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री तुलसीराम सिलावट ने मिलावट के खिलाफ मध्यप्रदेश सरकार द्वारा की कार्रवाई की जानकारी दी। सिलावट ने कहा कि एमपी में हमने 1182 स्थानों पर छापा मारे हैं। मिलावट की टेस्ट रिपोर्ट 14 दिन की बजाए अब 5 दिन में आएगी। सिलावट ने मिलावटखोरों को चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसे लोगों को अब बख्शा नहीं जाएगा, उन्हें जेल पहुंचाया जाएगा।
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मंत्री सिलावट ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि समाज में जहर पहुंचाने वालों को सजा दिलाई जाएगी। मंत्री सिलावट ने मिलावटखोरों के खिलाफ जनता को जागरुक करने के लिए एक नंबर की भी जानकारी दी है। इस नंबर पर फोन करके मिलावट की शिकायत की जा सकती है। इस नंबर 0755- 2665036 नंबर पर जानकारी दी जा सकती है। सिलावट ने मीडिया से कहा कि 1182 सेम्पल की जांच रिपोर्ट आने के बाद इस पर कार्रवाई की जाएगी।
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सिलावट ने लोगों के स्वास्थ्य को लेकर भी चिंता जताई है। सिलावट ने कहा कि एमपी के हर कोने से शिकायत मिल रही है कि अस्पतालों में डॉक्टर नहीं पहुंच रहे हैं। इस समस्या पर हम नजर बनाए हुए हैं। सरकार ग्रामीण अंचल में डॉक्टरों की तैनाती की जाने पर जल्द फैसला लेगी।
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बता दें कि इससे पहले मंत्री सिलावट ने खाद्य एवं औषधि प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश दिये थे कि यूरिया जैसे घातक पदार्थ मिलाकर सिंथेटिक दूध और उससे मावा, पनीर आदि अन्य उत्पाद बनाने और बेचने वालों के विरुद्ध रासुका के तहत सख्त कार्यवाही की जाए। मंत्री सिलावट ने कहा कि सिंथेटिक दूध और इससे बने अन्य दुग्ध उत्पाद आमजन के स्वास्थ्य के लिये बहुत घातक हैं। उन्होंने कहा कि मिलावटखोरों को आम आदमी के स्वास्थ्य से खिलवाड़ नहीं करने देंगे। सिलावट ने अधिकारियों से कहा कि राज्य और जिला स्तर पर इस तरह की घातक गतिविधियाँ संचालित करने वालों की धर-पकड़ के लिये उड़न दस्ता बनाकर कार्यवाही करने के निर्देश दिए थे।
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बता दें कि बीते कुछ दिनों पहले मंत्री सिलावट ने सभी संभागीय कमिश्नर, जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से भी ऐसे व्यक्तियों के विरुद्ध रासुका जैसे सख्त कानून में कार्यवाही करने के लिये कहा था। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिम्मेदार अधिकारियों पर भी कार्यवाही में शिथिलता बरतने अथवा जिम्मेदारी का निर्वहन नहीं करने पर अनुशासनात्मक कार्यवाही होगी।