जन चौपाल में पहुंचे 150 से अधिक शिक्षाकर्मी, 8 साल से कम अवधि वाले कर्मचारियों के ट्रांसफर पर से बैन हटाने लगाई गुहार

जन चौपाल में पहुंचे 150 से अधिक शिक्षाकर्मी, 8 साल से कम अवधि वाले कर्मचारियों के ट्रांसफर पर से बैन हटाने लगाई गुहार

  •  
  • Publish Date - July 3, 2019 / 12:16 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:12 PM IST

3रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जन चौपाल लगाकर प्रदेश के सभी कोने से आए लोगों की समस्याएं सुनीं। इस दौरान प्रदेश के लगभग 150 से अधिक शिक्षकर्मी भी भूपेश बघेल के सामने अपनी समस्या लेकर पहुंचे थे। जन चौपाल में पहुंचे शिक्षाकर्मियों ने भूपेश बघेल से गुहार लगाते हुए कहा है कि आठ साल से कम अवधि वाले शिक्षाकर्मियों के ट्रांसफर पर पिछले तीन साल से बैन लगा हुआ है, यहां आए शिक्षाकर्मियों ने बैन हटाने की मांग की है।

Read More: कांग्रेस के अंतरिम राष्ट्रीय अध्यक्ष होंगे मोतीलाल वोरा, कहा- मुझे कोई जानकारी ही नहीं

जन चौपाल में आए शिक्षाकर्मियों का कहना है कि प्रतिवर्ष सरकार चपरासी से लेकर अधिकारियों के ट्रांसफर पर लगे बैन को हटाती है, लेकिन शिक्षाकर्मियों के पक्ष में ऐसा नहीं होता। आलम ऐसा है कि जो पति-पत्नी अलग-अलग जिलों में काम कर रहे हैं, उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित होना पड़ता है। इस संबंध में शिक्षाकर्मी संघ द्वारा पहले ही पंचायत मंत्री,शिक्षा मंत्री,मुख्यसचिव,अपर मुख्य सचिव,सह मुख्य आयुक्त,पंचायत संचालक को आवेदन दिया जा चुका है, लेकिन अब तक कोई पहल नहीं हुई।

Read More: साथी बना रहा है आपसे दूरियां, ये संकेत करते हैं इशारा

जन चौपाल में पहुंचे भागवत साहू ने अपना बताया कि उनकी पत्नी उनसे 250 किलोमीटर दूर महासमुंद के जंगली क्षेत्र में दो साल के बच्चे के साथ अकेली रहती है, जिसके चलते वह मानसिक रूप से परेशान है।

Read More: राहुल गांधी का इस्तीफा, CWC से नए अध्यक्ष चयन के लिए की अपील

वर्षा वैष्णव ने कहा कि वह कोयलीबेड़ा कांकेर के नक्सली क्षेत्र में अकेली रहती है। उनका पति मुंगेली में है। ससुर का माह में दो बार डायलिसिस होता है। बार—बार अस्पताल जाना पड़ता है। चूंकि पति भी अकेले रहते हैं जिस कारण काफी दिक्कत होती है।