भोपाल । कोरोना से निपटने के लिए मध्य प्रदेश में मरीजों के लिए एक लाख बेड की व्यवस्था करने का टारगेट तय किया गया है। फिलहाल प्रदेश की अस्पतालों में मरीजों के लिए 35 हजार बेड की व्यवस्था है। कोरोना के ताजा हालातों को देखते हुए अनुमान है कि आने वाले एक माह में कोरोना पॉजिटिव केस की संख्या बढ़ सकती है, ऐसे में पूर्व तैयारी जरूरी है। एक लाख बेड की क्षमता बन जाती है तो यह आने वाले समय में मध्यप्रदेश की चिकित्सा सेवाओं के लिए मजबूत कदम होगा। कोरोना की समीक्षा में सामने आया है कि अगले एक माह में कोरोना पॉजिटिव केस 7 से 10 गुना तक बढ़ने का अनुमान है। इसी के मद्देनजर राज्य सरकार अतिरिक्त तैयारी में जुट गई है।
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बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच भोपाल के लिए थोड़ी राहत की खबर है । देश में 800 से 1000 मरीजों वाले शहरों में भोपाल का रिकवरी रेट सबसे ज्यादा है। भोपाल में अब तक 864 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं, जिनमें से 535 मरीज ठीक होकर घर पहुंच गए हैं।
भोपाल में 61.9 फीसदी मरीज ठीक हुए हैं, इनमें से कई मरीज अपना 14 दिन का क्वारंटाइन पीरियड भी पूरा कर चुके हैं। देश में 800 से एक हजार तक के कोविड-19 मरीजों वाले शहरों में रिकवरी दर औसत 25 % है। यानी भोपाल का रिकवरी रेट औसत के दो गुना से भी अधिक है।
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भोपाल शहर में रिकवरी दर लॉकडाउन वन की अपेक्षा तेजी से बढ़ी है। हालांकि संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है।